दानापुर की भौगोलिक विभिन्नता ही इसकी विडम्बना!लालू के बाद कोई नही लिया गोद! प्रसिद्ध यादव के साथ शेयर करें।
बाबूचक, पटना।
कौन बनायेगा दानापुर का पक्का सेतु?
दियारा कट जाता है बरसात में सबसे!दानापुर व्यवसायिक प्रतिष्ठान,शिक्षा के केंद्र,आर्मी कैंटोमेंट,रेलवे मंडल,दियारा।अब यहां की भौगोलिक विविधता, शैक्षणिक विविधता, कल्चरल विविधता है शायद बिहार में कहीं नही मिलेगी।जीवन यापन के तौर तरीकों पर गौर करें तब देखेंगे की दानापुर की ग्रामीण और दियारा क्षेत्र के लोगों की जीवन कितना कष्टदायी और जीवन स्तर निम्न है,आय निम्न है।गरीबी रेखा के नीचे बसर करने वाले कि संख्या अधिक है,निम्न शिक्षा,कुपोषण आदि से प्रभावित हैं।
दूसरी तरफ व्यवसाय प्रतिष्ठान से जुड़े लोग,आर्मी,रेलवे कर्मचारियों के जीवन उच्च हैं।शहरी क्षेत्र खगौल, दानापुर खूब तरक्की किया ,कुछ अपवादों को छोड़कर,जलजमाव, सड़क,नली गली आदि,लेकिन दियारा से उपरवार को जोड़ने वाला पक्का सेतु कब बनेगा?दियारा से दानापुर पहले सोनपुर के लोग आ जाएंगे।अगर पक्का पुल बन जाये,नदी की कटाव रुक जाए तब कोई क्यों पलायन कर विस्थापित की जिंदगी जियेगा? लालू यादव एक अस्थायी पीपा पुल दिए थे,जिससे बरसात रहित मौसम में लोग गाड़ियों से फर्राटे भरते हैं,वरना सालों नाव ही सहारा रहता।दानापुर कितनों के सर पर ताज दिया,लेकिन आज यह खुद उपेक्षित है।
प्रसिद्ध यादव।
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