पोझी सड़क पर नही पहुंची आशा की किरण!दीपक तले अंधेरा! गोरगावां में भी माँ भगवती से भगवा दूर! प्रसिद्ध यादव के साथ शेयर करें।
बाबूचक, पटना।
अपनी सतीत्व खोती जमालुद्दीन चक की सड़क!
करीब आधा किमी से भी कम दूरी की सड़क मोहम्मदपुर गोरगावां को जोड़ने वाली पोझी सड़क की पहचान मुश्किल हो गयी है।सड़क पर पेड़ पौधे उग गए हैं।पैदल भी कोई नही आ जा सकता है।चोर उचक्के की शरणार्थली बन गयी है।गोरगावां जाने के लिये महमदपुर,बाबूचक अंडा पकौली के लोग जमालुद्दीन चक नहर से आते जाते हैं।नहर से भी जाते समय ऊपर वाले के नाम लेकर चलते हैं या फिर गोरगावां के देवी माँ के ध्यान लगाते हैं।संयोग से स्थानीय विधायक पड़ोसी हैं,विकास की लंबी सूची होगी ,विकास गीत गाते नही थकती होंगी,लेकिन इस सड़क पर नज़र क्यों नही गयी ताज्जुब होता है। 2003 के आसपास इस सड़क पर ईँट सोलिंग लगी थी पंचायत समिति के अनुशंसा पर,लेकिन ईँट कहाँ गयी सड़क पर लगे पेड़ बता रहे हैं।जमालुद्दीन चक खगौल, गोरगावां, नवरत्नपुर की सड़कों की सेहत अच्छी नही है,लेकिन कोई बात नहीं,जनप्रतिनिधियों के सेहत नही बिगड़ना चाहिए, तभी तो झोली भर के वोट के उपहार मिलती है।वोटर सवाल पूछने की बात दूर फूलमाला लेकर पलकें बिछाएं खड़े रहते हैं।ऐसे में सड़कें अपनी सतीत्व खो दे तब आश्चर्य क्यों?चुनाव आ गया है,वादों की झड़ियाँ लगेगी,विकास गीत गयी जाएगी,लेकिन ये कोई नही पूछेगा की विकास फंड से कमीशन कितना कमाया,कितना माल बनाया,कितनी रोटियां तोड़ी ?खैर,सेवा के बदले मेवा खाना परम्परा बन गयी है।प्रसिद्ध यादव।
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