महंगाई में सुथनी मिला, रोजगार गया छीन, चेला कहे फिर भी अच्छे है दिन।प्रसिद्ध यादव।t

 बोक्का के खत्म हुआ इंजन के तेल

रात भर खड़ा रहा आउटर पर रेल। 

नाक के नथिया बिका

बिका गले के हार

बुरबक तबो कहे मोदी सरकार। 

तेल के दाम बढ़ल

गैस के दाम

चूल्हा चौका ठंढा हुआ

बोलो जय श्री राम। 

रेल बिका

प्लेन बिका

बिका टेलीफोन

कान की झुलनिया बिक गयी

बिका अंडर पैंट। 

खूब बजाओ ताली

पीटो शाम में थाली

छोड़ो घरवाली

ध्यान करो साली

बुरा न मानो होली है। 

प्रसिद्ध यादव। 


Comments

Popular posts from this blog

डीडीयू रेल मंडल में प्रमोशन में भ्रष्टाचार में संलिप्त दो अधिकारी सहित 17 लोको पायलट गिरफ्तार !

जमालुद्दीन चक के पूर्व मुखिया उदय शंकर यादव नहीं रहे !

यूपीएससी में डायरेक्ट लेटरल एंट्री से बहाली !आरक्षण खत्म ! अब कौन धर्म खतरे में है !