सूत्रधार ने हर्षउल्लास के साथ मनाया 73 वें गणतंत्र दिवस -प्रसिद्ध यादव।

 




नुक्कड़ नाटक और लोक गीतों की सजी महफिल


आज चर्चित नाट्य संस्था "सूत्रधार" ने अपने कार्यालय जमालुद्दीन चक, खगोल में 73 वें गणतंत्र दिवस को बड़े धूमधाम से मनाया । संस्था के महासचिव  वरिष्ठ निर्देशक और बिहार कला पुरस्कार भिखारी ठाकुर वरिष्ठ पुरस्कार से सम्मानित नवाब आलम,अधिवक्ता ने झंडोत्तोलन किया । मुख्य अतिथि बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन के  पूर्व महासचिव के के झा ने आज विस्तृत रूप से मुगल साम्राज्य से लेकर ब्रितानिया सरकार, विश्व युद्ध के बारे में विस्तार से बताया। आजादी के जंग में वीरों की कुर्बानियां को भी वृतांत सुनाये। संविधान के बारे में इसके अनुच्छेद, भाग, अनुसूची धारा, मौलिक अधिकार, संविधान के गठन, कार्यपालिका, विधायिका और न्यायपालिका पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला।  के के झा न्यायपालिका में 265 घरानों के कब्जे की निंदा की।अपने संबोधन के अंत में राष्ट्र कवि रामधारी सिंह दिनकर की कविता परशुराम की प्रतीक्षा का काव्य पाठ ओजपूर्ण अंदाज में कर सबका मन मोह लिया।  साहित्यकार, प्रसिद्ध यादव ने आज की व्यवस्था पर कुठाराघात किया। डॉ चंदन भारती, डॉ गौतम भारती पत्रकार अशोक कुणाल ,  वरिष्ठ अभिनेत्री आराधना श्री,अखिलेश कुमार उर्फ मुन्ना, समाजसेवी सोनी कुमारी, रशीद खान, शोएब कुरैशी, परवेज आलम, अस्तानन्द  , मो सादिक़ ,भाजपा नेता विश्वामित्र उपाध्याय, चंदू प्रिंस,  खगौल नगर परिषद के पूर्व अध्यक्ष सुजीत कुमार , खगौल जदयू नगर परिषद युवा के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता, राजद  नगर अध्यक्ष राज किशोर गुप्ता,समाजसेवी आदम परवेज , शिक्षक मो कलीम, अवकाश प्राप्त डीएसपी वकील  राम , निर्भय पंक्षी के संपादक रामनारायण पाठक जितेंद्र कुमार , भोजपुरी लोक गायक  अमरेश कुमार   ने भोजपुरी देश भक्ति गीत "मोरो मन बसे हिमखो रे बटोहिया पर" दर्शक झूम उठे,  नाल  पर संगत कर रहे थे बरन सिंह । नीरज सिंह के निर्देशन में एक स्वच्छता पर आधारित नुक्कड़ नाटक का प्रदर्शन किया  गया।इनके कलाकार शशिभूषण, रत्नेश,आर्यन कुमार, तन्नू , निशा आदि थे। नवाब आलम ने आगत अतिथियों को धन्यवाद दिया।

Comments

  1. बहुत सुन्दर कार्यक्रम। श्री के के झा जी का कविता पाठ आज के सामाजिक एवंं राजनैतिक जीवन में उतना हीं सुसंगत एवं प्रासंगिक है जितना पहले था। गणतंत्र दिवस के अवसर पर ऐसे अच्छे आयोजन हेतु आप सभी को साधूवाद, बधाई एवं हार्दिक शुभकामनाएं।

    ReplyDelete
  2. मन प्रफुल्लित हो जाता है। जब आप का ओज पुर्ण वाणी और साफ-साफ शब्दों में समीक्षा सुनकर आनंदित हो जाता हूं।
    प्रणाम

    ReplyDelete
  3. हृदय से आभार।

    ReplyDelete

Post a Comment

Popular posts from this blog

डीडीयू रेल मंडल में प्रमोशन में भ्रष्टाचार में संलिप्त दो अधिकारी सहित 17 लोको पायलट गिरफ्तार !

जमालुद्दीन चक के पूर्व मुखिया उदय शंकर यादव नहीं रहे !

अलविदा! एक जन-नेता का सफर हुआ पूरा: प्रोफेसर वसीमुल हक़ 'मुन्ना नेता' नहीं रहे !