स्कूटर ,ऑटो कार से पहुंचा सैंकड़ों टन धान!/प्रसिद्ध यादव।

 


खबरों की नेचर को समझें। चारा घोटाला में  फर्जी वाहनों से ढुलाई के मामले में अंतरराष्ट्रीय स्तर तक की ख़बर बन गई थी, कॉमेडी शो से लेकर हास्य व्यंग्य के कवियों की जुबान बन गई थी, लेकिन इसी नेचर के घोटाले से बिहार के राजधानी के लोग भी ठीक से नहीं जान पाये। इस ख़बर को बताने के लिए विपक्ष को प्रेस कॉन्फ्रेंस करना पड़ा।तब छोटी ख़बर बनी,वो भी प्रतिपक्ष के उद्धरण से। अखबारों में न संपादकीय, न आलेख, न टीवी में कोई चर्चा। इसे कहते हैं खबरों को खा जाना।अगर कुछ समय बाद इस घटना की जिक्र होगी तो यह घटना झूठ का पुलिंदा बताया जायेगा।ऐसे खबरों की प्रमुखता से उजागर होने से सरकार की सुशासन पर बट्टा लग जाती। देखें खबरों की विस्तार से-

मिल मालिकों को धान दिया, बदले में नहीं लौटाया चावल; जिन वाहनों से ढुलाई हुई, जांच में अधिकतर के नंबर फर्जी निकल रहे।

1573 करोड़ के धान घोटाले की सीआईडी जांच में नए खुलासे हुए हैं। चारा घोटाले की तरह ही धान घोटाले में भी स्कूटर और ऑटो और कार से सैकड़ों टन धान राइस मिल तक पहुंचाए गए। हद ताे यह कि जहां राइस मिल नहीं थे, वहां भी धान पहुंचा दिए गए। मुजफ्फरपुर के बोचहां थाने में दर्ज इस मामले की जांच के क्रम में कई चौंकाने वाले तथ्य मिले हैं। यहां तीन राइस मिल मालिकों पर 11 करोड़ रुपए के घोटाले का मामला दर्ज है।

सबसे पहले साल 2012-13 में ऐसा मामला सामने आया था। साल 2012 से अगले तीन वर्षों के दौरान चावल मिल मालिकों ने 1573 करोड़ के 74 लाख टन से अधिक के धान के बदले चावल नहीं दिया। हालांकि नीलाम वाद के बाद 349 करोड़ रुपए की वसूली हुई है। सीआईडी सूबे के 1400 से अधिक चावल मिल मालिकों के खिलाफ जांच कर रही है। अब तक 280 सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ भी कार्रवाई हो चुकी है।

सुप्रीम कोर्ट ने इस घोटाले में अधिकारियों की संलिप्तता की जांच का आदेश दिया था। इसके बाद सीआईडी के एडीजी ने अधिकारियों को भी आरोपित करने का निर्देश दिया। इस पर अमल करते हुए बीएसएफसी के तत्कालीन जिला प्रबंधक संजय प्रियदर्शी की प्राेन्नति राेक दी गई।

प्रियदर्शी पर आरोप है कि 2012-13 में राइस मिलों को धान देकर सरकार को 30.69 करोड़ से अधिक की क्षति पहुंचाई। वहीं, बंदरा, कटरा व साहेबगंज के सीआई पर भी राशि गबन करने की पुष्टि हुई है। अब तीनाें सीआई की ओर से किए गए गबन की वसूली का आदेश दिया गया है।

स्रोत-डेटा व तस्वीर भास्कर के सौजन्य से।


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