दिल नज़र पर अगर नज़र रखते ,प्यार का हादसा नहीं होता! प्रसिद्ध यादव।

   



मत मुस्कुराओ इतना कि फूलों को खबर लग जाए,

करें वो तुम्हारी ताऱीफ इतनी कि नज़र लग जाए

आँखें जो उठाए तो मोहब्बत का गुमाँ हो 

नज़रों को झुकाए तो शिकायत सी लगे है 


तुम्हारी सीधी नज़र ने तो कोई बात न की

तुम्हारी तिरछी नज़र का सवाल अच्छा था !

   दिल तक आने की इजाजत दी थी उसे 

सिर्फ मेरी नजर ने 

मेरी रूह में समां जाने का हुनर 

उसका अपना था। 

लग जाती हे नजर हर

 खूब सूरत चीज को 

बांध दे कोई काला धागा 

मेरे इश्क को। 

  उस ने भूले से क्या नज़र डाली

उम्र सारी ख़राब कर डाली

तमाम उम्र सितारे तलाश करता फिरा

पलट के देखा तो महताब मेरे सामने था

        नजरों की कसूर थी, ये तो सिर्फ चार हुई थी। सारा कसूर उस दिल का था जिसके दरवाजे पहले से ही खुले थे। लाख कोई पहरा बिठा दे, या धमकी दे, कोई फर्क नहीं पड़ता, जब इश्क का जूनून सर चढ़ कर बोलता है। न उम्र, न जाति, न धर्म, न सरहदों की सीमा रोक पाती है। आज तक इश्क की जुनून को कोई समझ न पाया है। शरीर के अंदर ऐसा रासायनिक प्रवाह होता है, तरंग पैदा होता है कि मन मस्तिष्क को झंकझोर देता है और फिर आशिक हो जाते हैं। पटना के नजदीक एक गांव में मकान मालिक अजीब उलझन में फंस गया है। इस शख्‍स ने अपने मकान में निर्माण कार्य शुरू कराया था। उसका घर बनाने के लिए एक राजम‍िस्‍त्री का लंबे समय से वहां आना-जाना लगा था। इस बीच राज मिस्‍त्री और मकान माल‍िक की पत्‍नी के बीच नजदीकी बढ़ी और मामला नैत‍िक संबंधों की सीमा रेखा को पार कर गया। इसकी भनक लोगों को लगी तो किसी ने दोनों का आपत्‍त‍िजनक हालत में वीडियो बना लिया। इसकी खबर मकान मालिक को भी हुई।   राजमिस्त्री पिछले दो-तीन साल से एक ही जगह भवन निर्माण के काम में लगा है। जिस महिला का वीडियो वायरल हुआ है, वह तीन बच्चों की मां है और उसकी उम्र करीब 35 वर्ष है। दोनों का वीडियो वायरल होने पर ग्रामीणों ने बीते शुक्रवार की रात राजमिस्त्री की पिटाई कर उसे उसी घर में बंधक बना लिया।

इधर सूचना पाकर शनिवार को मौके पर पहुंची पुलिस ने महिला व उसके प्रेमी को थाना लाया। 35 वर्षीय राजमिस्त्री के भी दो बच्चे हैं। वह करीब दो-तीन साल से एक ही घर में राजमिस्त्री  का काम कर रहा था। इसी दौरान उस घर की तीन बच्चों की मां (35) को उससे प्यार हो गया। इस दौरान दोनों का प्रेम प्रसंग चलता रहा।जमाने की परवाह कहाँ? अगर इसकी परवाह किये होते तो जमाने में कोई आशिक न होते।


Comments

Popular posts from this blog

डीडीयू रेल मंडल में प्रमोशन में भ्रष्टाचार में संलिप्त दो अधिकारी सहित 17 लोको पायलट गिरफ्तार !

जमालुद्दीन चक के पूर्व मुखिया उदय शंकर यादव नहीं रहे !

अलविदा! एक जन-नेता का सफर हुआ पूरा: प्रोफेसर वसीमुल हक़ 'मुन्ना नेता' नहीं रहे !