पटना में दुर्घटना होने से बची प्लेन !देश की सबसे खतरनाक एयरपोर्ट है पटना। पटना/प्रसिद्ध यादव।

 

  


दोपहर के ठीक 12 बजकर 4 मिनट हुआ था। एक अति प्रिय व्यक्ति का फोन आया ,मैं घर से बाहर निकलकर बात करने ही वाला था कि ठीक सामने  प्लेन से जोर शोर से आवाज आने लगी , आग के स्पार्क दिखाई देने लगी। फोन वाले का कोई जवाब नहीं दे रहा था, तबतक मेरे घर के सभी लोग बाहर आ कर यह खोपनक मंजर देखने लगे।मुझे लगा कि प्लेन गंगा नदी में लैंड होगी,लेकिन पायलट को शुक्रिया की प्लेन सुरक्षित लैंड करवाया। राजधानी के जय प्रकाश नारायण एयरपोर्ट पर आज स्पाइसजेट विमान की इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई। राहत की बात ये रही कि सभी यात्रियों को सुरक्षित विमान से उतार लिया गया है। विमान में यह आग उड़ान भरते ही लगी। माना जा रहा है पक्षी के टकराने से विमान के इंजन में आग लग गई। विमान से धुंआ निकलता देख लोगों ने वीडियो बनाया और पटना एयर पोर्ट अथॉरिटी को इसकी सूचना दी। जिसके बाद विमान को तुरंत वापस बुलाया गया और पटना एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंंग कराई गई। पटना एयर पोर्ट अथॉरिटी ने एनबीटी से बातचीत में इस बात की पुष्टि की कि सभी 185 यात्रियों को सुरक्षित उतार लिया गया है। यह विमान SG 723 पटना से दिल्‍ली और दिल्‍ली से पटना की उड़ान भरता है। पटना एयरपोर्ट पर शुक्रवार की देर शाम इंडिगो के एक विमान के  इंजन में आग लग गई, जिसे समय रहते केबिन क्रू ने देख लिया। इसके बाद पायलट ने सूझबूझ से विमान को टेक-ऑफ के दौरान इमरजेंसी ब्रेक लगाकर रोक दिया। दुर्घटना में 174 यात्री बाल-बाल बचे। लेकिन, इंडियन एयरलाइंस का वह विमान उतना सौभाग्‍यशाली नहीं था, जो 17 जुलाई, 2000 की सुबह पटना में कटी पतंग की तरह गिर पड़ा था।
17 जुलाई 2000 को पटना ने विमान हादसे का भयावह मंजर देखा था। कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा से दिल्ली के लिए उड़ान भरने वाले इंडियन एयरलाइंस से संबंधित एलायंस एयर का एक विमान (संख्या 7412) पटना के गर्दनीबाग में जमीन पर आ गिरा था। दुर्घटना में विमान में सवार 55 यात्रियों व चालक दल के छह सदस्‍यों समेत गर्दनीबाग स्थित सरकारी आवास के पांच लोगों की मौत हो गई थी।
एलायंस एयर का वह विमान कोलकाता से दिल्ली की उड़ान पर था। वह सुबह 9.20 बजे पटना के जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा पर उतरने वाला था। एयरपोर्ट के समीप पहुंचते ही विमान के पायलट का विमान से नियंत्रण समाप्त हो गया। इसके बाद हवा में गोता लगाता विमान गर्दनीबाग के उस रिहायशी इलाके में जा गिरा जहां राज्य सरकार के कर्मचारियों के सरकारी आवास हैं।
विमान जिस सरकारी क्वार्टर पर गिरा, उसमें रह रहे गृह विभाग के सहायक समेत परिवार के पांच सदस्यों की मौके पर ही मौत हो गई थी। विमान में सवार केवल तीन यात्री ही जीवित बच सके थे। वे भी बुरी तरह झुलसे हुए हालत में। इस हादसे की जांच में क्रम में पटना हवाईअड्डा को तब देश के सबसे खतरनाक हवाईअड्डों की सूची में शुमार कर लिया गया था। इससे पहले भी पायलट को सिखाने वाली प्लेन फुलवारी शरीफ स्टेशन पर गिर गया था, जिसमे पायलट और सीखने वाले कि मौत हो गई थी।उस वक्त थोड़ी देर पहले बॉक्सर पटना शटल पास की थी।

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