जीवन में हंसते रहें!प्रसिद्ध यादव।

  


हँसने में भारत का स्थान 136 वां है, जो निराशाजनक है।अगर कोई आप पर छींटाकशी भी कोई करे तो उसको जवाब देने से अच्छा है मुसकुरा दें। हंसता-खिलखिलाता चेहरा सभी को पसंद होता है. जो लोग हंसते और खुशमिजाज रहते हैं, वो सामने वाले का मूड भी बिना कुछ किए ठीक कर देते हैं. अंग्रेजी में कहा भी जाता  है कि लांग फेस्ड मैन इज सो बोरिंग. यानी हमेशा उदास रहने वाले लोग काफी बोरिंग होते हैं लेकिन क्या आपको पता है कि हंसने से बहुत सी बीमारियां ठीक हो जाती हैं. चौंकिए नहीं, ये सच है. तमाम योग और नैचुरोपैथी एक्सपर्ट का दावा है कि हंसने से भी बीमारियां ठीक होती हैं. योग में तो बकायदा हास्यासन होता है, जिसमें सिर्फ हंसना होता है. वहीं तमाम मेडिकल एक्सपर्ट भी मानते हैं कि हंसना स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक होता है. 

फायदे की बात करें तो हंसने से हमारा ब्डल सर्कुलेशन ठीक रहता है. ब्लड सर्कुलेशन ठीक रहने से हम तमाम बीमारियों से बच सकते हैं. वहीं, हंसने से हमारा इम्यूनिटी सिस्टम भी मजबूत होता है. जितना हमारा इम्यूनिटी सिस्टम मजबूत होगा, उतना ही हम बीमारियों से बचे रहेंगे. मेडिकल साइंस के अनुसार हमारे शरीर में एंटी वायरल कोशिकाएं तेजी से बनती है. इससे हमारा इम्यूनिटी सिस्टम मजबूत होता है. 

सबसे बड़ी बात आजकल डिप्रेशन की समस्या बढ़ रही है. डिप्रेशन से बचना है तो जबरदस्ती जोर-जोर से हंसने की कोशिश करें. ऐसी मूवी या वीडियो देखें की हंसी आए. इससे आप डिप्रेशन से आसानी से बच सकते हैं. मेडिकल एक्सपर्ट बताते हैं कि हंसने के दौरान हमारी सांसें गहरी हो जाती है. सांस लेने और छोड़ने की अवधि बढ़ जाती है. इससे हमारी बॉडी में ज्यादा आक्सीजन जाती है, जिससे डिप्रेशन और टेंशन से बचने में मदद मिलती है. 

हंसने के दौरान हमारी कैलोरी बर्न होती है. इससे मोटापे की समस्या से निजात मिलती है. कई फिजियोथैरेपिस्ट भी मानते हैं कि हंसना बहुत बड़ी  एक्सरसाइज है. यह एकमात्र ऐसी एक्सरसाइज है, जो किसी भी समय की जा सकती है. कमाल की बात, इसमें यह भी नहीं देखना पड़ता कि खाना खाया है या नहीं, खाली पेट हैं या नहीं. 

फिजियोथैरेपिस्ट सुरजीत शर्मा का कहना है कि हंसने का असर उम्र पर भी पड़ता है. नियमित हंसने वालों की उम्र कम दिखाई देती है. हंसना एक तरह की स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज है. हंसने से हमारी मांसपेशियों की एक्सरसाइज होती है और एंटीएजिंग में मदद मिलती है. 

सबसे बड़ी बात ये है कि नियमित हंसने से व्यक्ति अपना ही नहीं, अपने आसपास वालों का भी फायदा करता है. रेकी एक्सपर्ट एस तिवारी बताते हैं कि हंसने वाले व्यक्ति की बॉडी की वाइब्रेशन काफी पॉजिटिव हो जाती हैं. इस कारण जो व्यक्ति आसपास आता है, वो भी पॉजिटिव फील करता है. तो फिर छोड़िए उदासी और हंसना - मुस्कुराना शुरू करिए. 


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