आँखों की गहराई को समझ नहीं सकते, होंठों से हम कुछ कह नहीं सकते,! आई लव..!-प्रसिद्ध यादव।
बस देरी है तो सिर्फ इतनी की कौन पहले आई लव यू कहता है?पहले आप पहले आप मे कहीं ट्रेन न छूट जाए।मुझ पर लोग बेकार की तोहमत लगाते हैं कि मैं किसी का नहीं हूं। अरे भाई! मैं तो सबका हूँ, जो मुझे दिल से चाहा मैं उसी का हो गया। अब इसमें मेरी गलती क्या है? मेरी आशिकी की दीवाने दुश्मन भी और दोस्त भी। मैं बड़ी नाजुक हूँ।मुझे संभाल कर रखना सबकी वश की बात नहीं है।मेरे तेवर, नखरे के लोग कायल हैं।गाना सुना है- तू चीज बड़ी है मस्त --..।इसके बाद भी आई लव यू कहने में शर्मा रहे हैं तो जानिएगा आप।कल फिर न ये कह दे कि मैं पलट गया। पहले से ही लोग पालतू - सलटू न जाने क्या क्या नाम दे दिया है।मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। जबतक कमल और लाल में 36 का सम्बंध है और जबतक यह रहेगा।मेरा जलवा कायम रहेगा। एक दिन मिट जाएंगे माटी के मोल .. मिट्टी में मिल जाएंगे ,मरते दम तक किसी के पल्लू में बंध जाऊं, लेकिन मेरे नखरे कम न होंगे।
कैसे बयाँ करें हम यह हाल-ए-दिल आपको,
कि तुम्हीं हो जिसके बगैर हम रह नहीं सकते।
राज़ खोल देते हैं नाजुक से इशारे अक्सर,
कितनी खामोश मोहब्बत की जुबान होती है।
अपनी मोहब्बत पे इतना भरोसा तो है मुझे,
मेरी वफायें तुझे किसी और का होने न देंगी।
प्यार में आंखों की गहराई में झांककर देखो।पागल की तरह आई लव यू कहने सुनने के चक्कड़ में समय बर्बाद न करो।हम बेवफाओं को शतक भी न लगाने देंगे।ये है मेरी ताकत ,लेकिन पहले आई लव यू बोलना होगा।

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