पीएम की मन की बात 100 वीं बार।-प्रसिद्ध यादव।
आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम का 100वां एपिसोड है। पीएम मोदी आज रेडियो के जरिए 100वीं बार 140 करोड़ लोगों के साथ संवाद करेंगे। हर महीने के आखिरी रविवार को पीएम मोदी मन की बात के जरिए देश दुनिया के लोगों से संवाद करते हैं। 3 अक्टूबर 2014 से शुरू हुआ मन की बात कार्यक्रम आज अपना 100वां एपिसोड पूरा करने जा रहा है। इस 100वें एपिसोड को ऐतिहासिक बनाने के लिए खास तैयारियां की गई हैं। इस एपिसोड का लाइव प्रसारण देशभर में 4 लाख सेंटरों में होगा।रेडियो जनसंचार का प्रभावी माध्यम है। रेडिया का उपयोग मनोरजन,सामाजिक-सामुदायिक सरोकारों के लिए सशक्त ढग से किया जा सकता है।मन की बात' रेडियो प्रोग्राम कई मायनों में खास है , 9 सालों के दौरान इसे 1 अरब लोग कम से कम एक बार सुन चुके हैं. वहीं लगभग 23 करोड़ लोग नियमित तौर पर इस कार्यक्रम को सुनते और कुछ न कुछ नया जानते हैं. इसके अलावा इसकी सबसे खास बात है कि पीएम सीधे ऐसे लोगों से संवाद करते हैं, जिन्हें कोई नहीं जानता, लेकिन जो देश और समाज के लिए कुछ न कुछ कर रहे हैं. जानिए, ऐसे 10 लोगों को, जिनके सामाजिक या क्रिएटिव कामों के खुद पीएम मोदी मुरीद रहे.
उत्तराखंड के पिथौरागढ़ की रहने वाली बसंती देवी ऐसा ही एक नाम हैं. बाल-विवाह और 14 साल की उम्र में ही पति को खोकर भी इस महिला ने हिम्मत नहीं हारी, बल्कि पढ़ी-लिखी और महिलाओं को एकजुट करने लगी. बसंती देवी ने शुरुआत में बाल-विवाह, घरेलू हिंसा जैसे मुद्दों पर काम किया, फिर वे पर्यावरण से भी जुड़ गईं.
जहां चाह, वहां राह की बात को झांसी की युवती गुरलीन चावला ने सच कर दिखाया. वहां की तपती जमीन पर गुरलीन ने स्ट्रॉबेरी की खेती की. लॉकडाउन के दौरान उन्होंने प्रयोग के तौर अपने घर के गमलों में स्ट्रॉबेरी उगाई थी. कोशिश कामयाब हुई. फिर क्या था, उन्होंने बाकायदा इसकी खेती शुरू कर दी. इसके लिए वहां के मौसम के अनुरूप स्ट्रॉबेरी की खेती के तौर-तरीकों में बदलाव किए. पानी देने के लिए ड्रिप इरिगेशन तकनीक अपनाई और बंजर-तपती धरती पर स्ट्राबेरी की फसल लहलहा दी. मन की बात में युवती के जिक्र के बाद पूरे बुंदेलखंड में नई बात दिखी. वहां के कई किसानों ने परंपरागत खेती को छोड़, स्ट्रॉबेरी की खेती शुरू कर दी है.
मन की बात के 99वें एपिसोड में एक खास महिला का जिक्र हुआ- ओडिशा की वैज्ञानिक ज्योतिर्मयी मोहंती. ये देश की पहली महिला साइंटिस्ट हैं जिन्हें इंटरनेशनल यूनियन ऑफ प्योर एंड एप्लाइड केमिस्ट्री अवार्ड 2023 से सम्मानित किया गया है. कटक में जन्मी ज्योतिर्मयी के नाम यही अकेली उपलब्धि नहीं. वे भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र, मुंबई में हैं, और विज्ञान और इंजीनियरिंग अनुसंधान बोर्ड में फेलोशिप प्राप्त करने वाली पहली महिला भी हैं. मन की बात में पीएम मोदी ने इन जैसी महिलाओं को सशक्तिकरण के नए चैप्टर लिखने वाली बताया था.
मन की बात' कार्यक्रम के विज्ञापन और प्रचार पर खर्च की गई राशि की तुलना में इससे होने वाली कमाई लगभग पांच गुना रही है। 'मन की बात' ने 2014 से अक्टूबर 2022 तक 33.16 करोड़ रुपए की कमाई की है, जबकि प्रमोशन पर करीब 7.29 करोड़ रुपए ही खर्च किए गए।
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