धृतराष्ट्र न बने मोदी सरकार !-प्रसिद्ध यादव।
ब्रजभूषण को बचाने के लिए मोदी सरकार जितनी अंधी, गूंगी, बहरी बनी हुई है , शायद दुनिया में इतना कोई नहीं बना होगा। महिला पहलवान एक महीने से चीख चीख कर ब्रजभूषण के खिलाफ कार्यवाही की मांग कर रही है लेकिन सरकार टस से मस नहीं हो रही है। पहलवानों ने मेडल को गंगा में विसर्जित करने का निर्णय लिया है और 5 दिनों का अल्टीमेटम दिया है। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के झूठे नारे लगाने वाले को शर्म आनी चाहिए। न्याय मांगने के लिए बेटियों को लाठी खानी पड़ेगी, जलील होना पड़ेगा तो धिक्कार है ऐसी न्याय व्यवस्था की। सत्ता के मद में इतना कोई चूर नही हुआ है और, जो भी हुआ है, वो चकनाचूर हुआ है। कानून के समक्ष सब बराबर है।क्या पहलवानों के साथ यह हो रहा है? नारी में कितनी शक्ति है, यह किसी से छुपी हुई नहीं है?वंश के वंश ,राजपाठ तक विध्वंस कर देती है। महिलाओं से ताकतवर आरोपी ब्रजभूषण को कैसे सरकार समझ रही है?यह समझ नहीं आ रहा है। महिला अपने मेडल को गंगा में सिर्फ प्रवाहित करने वाली नहीं है, बल्कि तानाशाही सरकार की अस्थि विसर्जन कर देगी।
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