बहुजनों के अधिकार से वंचित करने की साज़िश सदियों से रची गई है जो अभी जारी है।-कमलाकांत काले , राष्ट्रीय अध्यक्ष बामसेफ
पूना पैक्ट जबरन बाबा साहेब अंबेडकर पर थोपा गया था।अम्बेडकर कहते थे कि साहू जी महाराज की जयंती त्योहार की तरह मनाना चाहिए।कोल्हापुर के महाराजा साहू जी समतामूलक समाज के लिए संघर्ष किये थे ।वे बहुसंख्यक समुदाय के अधिकार के लिए बहुत काम किये थे।उन्होंने जागृति के संबंध में बताया कि सोती हुई हाथी से जागृत चींटी अपने अधिकार के लिए संघर्ष करती है।जागृति का सम्बंध संगठन और शक्ति से है।जिंदा रहने के लिए आत्मसम्मान, स्वाभिमान जरूरी है।सभ्य समाज सूचनाओं पर चलते हैं।जिसे बाख़बर होना चाहिए, वो बेख़बर है।मणिपुर जलाया जा रहा है, वहां इंटरनेट सेवा बन्द कर दी गई थी।75 दिनों के बाद वहां की घटनाओं को लोग जाने ।नोटबन्दी से ज्यादा खतरनाक सूचनाबन्दी है।देश का सही आकलन होना चाहिए।गरीब जब अपने संवैधानिक हक के लिए सड़क पर उतरते हैं तो इसे दिशाहीन करने के लिए दंगे फ़साद कर दिया जाता है।लोकतंत्र में जिसकी संख्या ज्यादा होती है, वही शासक होता है लेकिन यहां स्थिति उल्टा है। ब्राह्मण की आबादी 3 फीसदी है और वही शासक बना हुआ है और बहुजन मुँह ताक रहे हैं। भाजपा, कॉंग्रेस, आरएसएस ,टीएमसी, कम्निस्ट सबके शीर्ष नेतृत्व ब्राह्मण ही है।जो हमारे समाज में है, वो किताब में नहीं है और जो किताब में है, वो समाज में नहीं है। संविधान में समानता, बिना जाति धर्म रंग रूप लिंग के भेदभाव नहीं है लेकिन समाज में यही है।देश में 3 फीसदी ब्राह्मणों को भाजपा के 37.7फीसदी और कॉंग्रेस को 19.7फीसदी यानी कुल 63 फीसदी वोट कैसे मिल जाती है।ये केवल धार्मिक ध्रुवीकरण के कारण हो रहा है।भारत की जनमत राजनैतिक नहीं,साम्प्रदायिक है।धार्मिकता के आधार पर जनमत बनता है।यहां धार्मिक उन्माद किया जाता है, मॉब लिंचिंग होता है।धार्मिक फ़साद का सहारा बनाकर बहुजनों को हिन्दू बनाया जाता है।हनुमान चालीसा पढ़ा होगा लेकिन तीन सौ चालीसा नही जानते हैं जो संविधान में पिछड़ों के लिए दिया गया अधिकार है।राम गमन पथ के नाम पर आदिवासियों को जंगल से भगाया जा रहा है।कॉंग्रेस, भाजपा, टीएमसी सबका डीएनए एक ही है।जेल आबाद है sc st ओबीसी से लेकिन आईआईएम ,आईआईटी, यूपीएससी ,न्यायपालिका इनलोगों से वीरान है।79 फीसदी उच्च न्यायालय में स्वर्ण जज बने हुए हैं।हिन्दू राज के नाम पर ब्राह्मण राज कायम रखने की साजिश है।अम्बेडकर जब हिन्दू कोड बिल ला रहे थे तो बबाल मच गया था आज ucc के नाम पर संविधानिक अधिकार समाप्त हो रहा है।वन नेशन वन इलेक्शन की बात हो रही है लेकिन वन नेशन वन पेंशन की बात क्यों नहीं होती है। ब्राह्मण जनमत के लिए साम्प्रदायिकता फैला रहे हैं।किसी को नीच मानना, घृणा करना क्या धर्म है? धार्मिक ध्रुवीकरण, सामाजिक ध्रुवीकरण से रुकेगा। भगत सिंह और हजरत मोहम्मद साहब के जन्मदिन पर लोगों को बधाई भी दिए।
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