भाजपा के रग - रग में झूठ कहाँ से आई !
एक समय था जब भाजपा के बाजपेयी, आडवाणी, जोशी जैसे विद्वानों के लोग कायल थे। वाक्यपटुता ,तार्किकता, सत्यता का कोई सानी नहीं था लेकिन आज क्या हो गया?झूठ की बुनियाद पर राजनीति महल कितने दिन टिकेंगे?
अब भाजपा को झूठा कहने में और सुनने में भी मायूसी लगती है। यह इतनी बार झूठ बोल दी है कि गिनती करना नामुमकिन है। लगता है कि ऊपर से नीचे तक सभी को एक ही ट्रेनिंग दी गई है।अब इनकी झूठ कॉमेडी शो की तरह लगता है। पीएम दरभंगा में एम्स पर इतना कॉन्फिडेंस से बोले कि लोगों को लगा कि कहीं स्वप्न तो नही देख रहे। पटना की सभा में बिहार में तक्षशिला विश्वविद्यालय होने की बात बताकर जीके पढ़ने वाले का सर चकरा गया था। अभी हाल ही में इंदौर में रानी दुर्गावती रेलवे स्टेशन को वर्ल्ड क्लास बनाने की घोषणा की तो रेलवे के उच्च अधिकारी व जनता को समझ नहीं आई की यह स्टेशन कहाँ है? इनके जोड़ी शाह पूर्णिया में एयरपोर्ट से उड़ान भरने की सुखद यात्रा वृतांत सुना दिया। अब एयरपोर्ट कहाँ है?कोई समझ नहीं पा रहे थे।बाकी कसर राजस्थान में कॉमेडी शो के क्लाइमेक्स तक पहुंचा दिया।जो किसान कर्ज ही नहीं लिया,उसकी जमीन नीलामी हुई ही नहीं,उसकी होडिंग में बड़ी बड़ी तस्वीरे लग गई।हद है यार !अब तो रहम करो।
राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी के एक पोस्टर पर विवाद हो गया है. मीडिया में खबर आने पर अब यह सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गई है. दरअसल, बीजेपी ने राजस्थान में ‘नहीं सहेगा राजस्थान’ स्लोगन से एक अभियान शुरू किया है. इसी अभियान में एक किसान को फोटो चस्पा कर नारा दिया कि 19 हजार से अधिक किसानों की जमीनें नीलाम, नहीं सहेगा राजस्थान. अब इस पोस्टर में जिस किसान का फोटो है, उसका कहना है कि मेरा फोटो छापने के लिए मेरी अनुमति नहीं ली गई है. ना ही मेरी कोई जमीन नीलाम हुई है. मेरे ऊपर एक रुपये का कर्जा भी नहीं है. गोपाल सिंह तंवर की खबर के बाद राजस्थान में सियासी हंगामा हो गया है. कहावत है कि सच बराबर तप नहीं,नहीं झूठ बराबर पाप।
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