काश !मोदी कभी मंहगाई व बेरोजगारी पर भी मन की बात करते
मुँह से महंगाई के ' म ' शब्द भी मनमोहन जी के मुंह से कभी नहीं निकलता है ,ऐसा आरोप मोदी जी लगाते थे।मोदी जी की मन की बात की सौ से अधिक एपिसोड हो गया लेकिन देशवासी कभी महंगाई की म शब्द नहीं सुने और बेरोजगारी दूर करने के लिए पकोड़े तालने से ज्यादा कुछ ट्रिप नहीं बता सके । मौजूद बेरोजगारी दर 8.7 फ़ीसदी है जो चिंताजनक है।महंगाई 7.44 फीसदी तक पहुंच गई है।महंगाई व बेरोजगारी से आमजन सीधे तौर पर जुड़े हुए हैं।बढ़ती महंगाई लोगों का बजट बिगाड़ दिया है तो बढ़ती बेरोजगारी युवाओं को अपराध में धकेल रहा है। मोदी के मनमोहन सिंह पर किया गया तंज याद होगा।वे कहते थे जितनी उम्र मनमोहन सिंह की हो गई है, उतनी ही रुपये की मूल्य गिर रही है।आज मोदी जी को बताना चाहिए कि रुपये की मूल्य किसके उम्र के बराबर गिर गई है। ऐसे मणिपुर सहित अन्य मुद्दे पर मोदी जी का मौन व्रत जारी है।
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