चाँदी जैसा रंग है तेरा सोने जैसे बाल..पंकज उधास
इनके द्वारा रचित व दिल को छू लेने वाली आवाज़ आज सदा के लिए बन्द हो गई।
उधास चिठी आई है सहित अनेक गजल देश दुनिया के लोग सुनकर मन बहलाते थे। सात समंदर पार गया तू, हमको जिंदा मार गया तू ..आज वाकई में अपने चाहने वाले को यही हाल में छोड़ गए।
चाँदी जैसा रंग है तेरा सोने जैसे बाल
एक तूही धनवान है गोरी बाकी सब कंगाल
चाँदी जैसा रंग है तेरा सोने जैसे बाल
एक तूही धनवान है गोरी बाकी सब कंगाल
एक तूही धनवान है गोरी बाकी सब कंगाल
जिस रस्ते से तू गुज़रे वो फूलों से भर जाये
जिस रस्ते से तू गुज़रे वो फूलों से भर जाये
तेरे पैर की कोमल आहट सोते भाग जगाये
जो पत्थर छू ले गोरी तू वो हीरा बन जाये
तू जिसको मिल जाए वो
तू जिसको मिल जाए वो, हो जाये मालामाल
एक तूही धनवान है गोरी, बाकी सब कंगाल
चाँदी जैसा रंग है तेरा सोने जैसे बाल
एक तूही धनवान है गोरी बाकी सब कंगाल
जो बे-रंग हो उस पर क्या क्या रंग जमाते लोग
जो बे-रंग हो उस पर क्या क्या रंग जमाते लोग
तू नादान ना जाने कैसे रूप चुराते लोग
नज़रें भर भर देखें तुझको आते जाते लोग
छैल छबीली रानी थोड़ा
छैल छबीली रानी थोड़ा घूँघट और निकाल
एक तूही धनवान है गोरी बाकी सब कंगाल
चाँदी जैसा रंग है तेरा सोने जैसे बाल
एक तूही धनवान है गोरी बाकी सब कंगाल
धनक घटा कलियाँ और तारे सब हैं तेरे रूप
धनक घटा कलियाँ और तारे सब हैं तेरा रूप
ग़ज़लें हों या गीत हों मेरे सब में तेरा रूप
यूँही चमकती रहे हमेशा तेरे हुस्न की धूप
तुझे नज़र ना लगे किसी की
तुझे नज़र ना लगे किसी की, जिये हज़ारों साल
एक तूही धनवान है गोरी बाकी सब कंगाल
चाँदी जैसा रंग है तेरा सोने जैसे बाल
एक तूही धनवान है गोरी बाकी सब कंगाल
चाँदी जैसा रंग है तेरा सोने जैसे बाल
एक तूही धनवान है गोरी बाकी सब कंगाल
एक तूही धनवान है गोरी बाकी सब कंगाल
एक तूही धनवान है गोरी बाकी सब कंगाल
कोटि कोटि नमन!😢😢😢😢
स्रोत - वेब
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