मंगलसूत्र पर झूठ बोलने से मंगल होने वाला नहीं है !
चुनाव आयोग नफरती बयान पर संज्ञान ले।
पीएम की एक अपनी गरिमा है लेकिन कोई इतना न झूठ बोल दे कि एक साधारण व्यक्ति को भी घृणा होने लगता है। पहले हर साल 2 करोड़ युवाओं को रोजगार, हर भारतीय के खाते में 15 -15 लाख रुपये देंगे ,अच्छे दिन आएंगे जैसे सैंकड़ों झूठ को देश सुना है लेकिन अब चुनाव के लिए झूठ की पराकाष्ठा ,नफरती बयान देशवासी बर्दाश्त नहीं करेंगे। जबर्दस्ती गला फाड़कर चिल्लाने से कुछ नहीं होगा । पीएम को अपने नीतियां के बारे में, उपलब्धियों के बारे में बताना चाहिए था न कि लफ्फाजी करना चाहिए। ये लफ्फाजी अब चलने वाला नही है, लोग ऊब चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंगलसूत्र पर की गई टिप्पणी का जवाब देते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुधवार को कहा कि पूर्व प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी ने 1962 के भारत-चीन युद्ध में अपने आभूषण दान किए थे, जबकि उन्होंने यह भी सवाल किया कि क्या भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा ऐसा कोई बलिदान दिया गया है।
खड़गे ने एक्स पर पोस्ट किया, बीजेपी-आरएसएस के किसी नेता ने देश के लिए क्या बलिदान दिया है? उन्होंने राष्ट्रीय आन्दोलन में भी भाग नहीं लिया। चुनाव के लिए मोदी जी लोगों से झूठ बोल रहे हैं कि उनका मंगलसूत्र सुरक्षित नहीं रहेगा। कांग्रेस ने इस देश पर 55 साल तक शासन किया। क्या ऐसा एक बार भी हुआ है? 1962 के युद्ध में इंदिरा गांधी ने अपने आभूषण दान कर दिये थे। पंडित मोतीलाल नेहरू और पंडित जवाहरलाल नेहरू ने इलाहाबाद में आनंद भवन के रूप में अपना घर स्वतंत्रता आंदोलन के लिए दान कर दिया था। हमारे नेताओं ने राष्ट्र के लिए अपना जीवन और रक्त बलिदान किया है।
इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले हफ्ते आरोप लगाया था कि कांग्रेस लोगों का सोना और संपत्ति छीनना चाहती है और इसे "अधिक बच्चे रखने वालों" के बीच वितरित करना चाहती है। बहुत हुआ झूठ ,झूठी संवेदना व नफरत फैलाना बन्द हो।चुनाव आयोग ऐसे बयानों पर संज्ञान ले ।

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