आज मेरे 3475 ब्लॉग के 1 लाख 91 हजार से अधिक ऑल टाईम वियुवर हुए! प्रो प्रसिद्ध यादव।
30 देशों से अधिक लोग पढ़ते हैं मेरे ब्लॉग को और इसे लिखने व पोस्ट करने में करीब 1737 घण्टे लगे ।
अलविदा 2024 !!!!💐💐👍👌.
जब गुलामी वाली पत्रकारिता मिला तो मैंने छोड़कर अपना स्वम का ब्लॉग बनाया।सब कुछ अपने तरीके से ,अपना तकनीक ,ज्ञान , बिल्कुल स्वतंत्र, अपने मर्जी की।
करीब 4 साल पहले मैं अपना ब्लॉग बनाया।
31 दिसम्बर 2024 को 3475 ब्लॉग लिखा। विगत 31 दिसम्बर 2023 तक 2600 ब्लॉग प्रायः हर मुद्दे पर अपने विचारों को लिखा। 31 दिसंबर 2022 में 1816 ब्लॉग के 71 हजार वियुअर थे। विगत साल 784 ब्लॉग्स लिखा। इस साल 875 ब्लॉग लिखा।
मेरे ब्लॉग के विभिन्न पड़ाव -
20 जून 22 को 50 हजार वियुर 1380 ब्लॉग में हुआ था।
31 दिसम्बर 2022 तक 1816 ब्लॉग्स लिखा और वियुर 71 हजार से अधिक थे।
30 मार्च 2023को 2000 हजार ब्लॉग्स हुए और वियुर 81 हजार थे।
7 सितंबर 2023 को 2377 ब्लॉग्स 1 लाख वियुर।
विगत 31 दिसम्बर 2023 तक 2600 ब्लॉग राजनीति,खेल,कृषि,सिनेमा,गीत ,संगीत,नाटक,साहित्य,क्राईम, जीवनी ,इतिहास, यात्रा,ज्वलंत मुद्दे, व्यंग्य, तीखी आलोचना, सलाह,बेवाक अंदाज ,हर्ष - विषाद से लेकर सुख -दुख के भी विचारों को आपलोगों के समक्ष रखा। कभी शब्बाशी मिली,बधाई तो कभी कभी शब्दभेदी बाण भी चले। सबसे ज्यादा मुझे प्रभावित किया कि मेरे ब्लॉग को करीब 12देशों से बढ़कर 30 देशों के लोग पढ़ते हैं, इसमें मुख्यतः अमेरिका,ऑस्ट्रेलिया, होंकांग ,मेक्सिको ,सिंगापुर ,नीदरलैंड, सऊदी अरब रूमानिया ,जापान ,पोलैंड,थाईलैंड ,आयरलैंड,कनाडा ,लुकजम्
र्ग , स्वीडन ,फिनलैंड, साऊथ कोरियया , फ्रांस,जर्मनी ,नाइजेरिया ,नेपाल सहित अन्य प्रमुख देशों के लोग हैं। ब्लॉग लिखने के पीछे मेरा एक ही उद्देश्य है कि मेरे विचारों का एक संग्रह हो। आप सभी वियूर को दिल से धन्यवाद जो आपने अपनी कीमती समय निकाल कर मेरे ब्लॉग को सिर्फ पढ़ा ही नहीं, बल्कि दूसरों को पढ़ने के लिए प्रेरित किया ,फॉरवर्ड किये।आगे भी आपलोगों के आशीर्वाद प्राप्त होता रहे। मेरा ब्लॉग विशुद्ध गैर आय वाला है इससे एक रुपया की कोई प्राप्ति नहीं है।आप सहज ही समझ सकते हैं कि बिना आय का एक हार्ड वर्क है,जो मेरा जुनून है ।हर माह औसतन 62 ब्लॉग लिखा। प्रति ब्लॉग लिखने व पोस्ट करने में 30 मिनट मान लें तो मैं 104220मिनट यानी 1737 घंटे करीब73 दिन रात ,10 सप्ताह ब्लॉग लिखने में दिया।इसे मैं विरासत के रूप में एक दस्तावेज के रूप में सौंपना चाहता हूं और यही मेरी मूल सम्पति होगी,जो शायद लोगों को समय का घटनाचक्र के रूप में जाना जाये। अलविदा 2024 !!
सधन्यवाद!💐
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