साइबर क्राइम व फेक न्यूज़ में तेलंगाना,एटीएम फ़्रॉड में बिहार आगे

 

 



इंटरनेट की युग में ज्यादा पढ़े लिखे लोग ही साइबर के ठगी के शिकार हुए हैं।अपने घर में ही अरेस्ट हो जाते हैं। साइबर क्राइम करने में न घर में ,न बैंक में घुसने की जरूरत है और ना ही किसी अस्त्र शस्त्र की जरूरत है।बस ! ठगी होने के लिए एक कॉल ही काफी है। झारखंड के जामताड़ा पर तो एक फ़िल्म भी बन गया है, जहां से साइबर क्राइम खूब होता है।
देश में साइबर क्राइम के मामले में तेलंगाना सबसे आगे हैं। यहां हर तरह के साइबर क्राइम दूसरे राज्यों की तुलना में सबसे ज्यादा होते हैं। 2022 में तेलंगाना में बैंकिंग फ्रॉड के 3223, ओपीटी  फ्रॉड के 2179 और साइबर ब्लैकमेलिंग के 234 केस दर्ज किए गए।
तेलंगाना के बाद महाराष्ट्र, बिहार और उत्तर प्रदेश को साइबर क्राइम हॉट स्पॉट कहा जा सकता है। महाराष्ट्र में फेक प्रोफाइल के सबसे ज्यादा मामले दर्ज किए गए। वहीं बिहार में एटीएम फ्रॉड के मामल सबसे ज्यादा हुए।

इससे यह पता चलता है कि किस राज्य में किस प्रकार के साइबर अपराध सबसे ज्यादा है। ताकि राज्यों के हिसाब से साइबर क्राइम के विभिन्न प्रकारों को समझ कर इससे निपटने की नई रणनीति तैयार की जा सके। गृह मंत्रालय की रिपोर्ट बताती है कि देशभर में सोशल मीडिया पर फेक न्यूज फैलाने का अपराध 6 राज्यों में सबसे अधिक होता है। इनमें तेलंगाना, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और आंध्र प्रदेश टॉप पर हैं। देशभर में 2022 में फेक न्यूज फैलाने के 230 मामले दर्ज किए गए थे, जिनमें से तेलंगाना में 81, तमिलनाडु में 37 मामले आए थे।
तेलंगाना और महाराष्ट्र में साइबर ब्लैकमेलिंग के मामले भी सबसे ज्यादा दर्ज किए गए। तेलंगाना में 2022 में साइबर ब्लैकमेलिंग के 234 मामले दर्ज किया। बिहार में एटीएम फ्रॉड के सबसे ज्यादा 638 केस 2022 में देशभर में एटीएम फ्रॉड के 1690 केस दर्ज हुए। इस मामले में बिहार सबसे आगे हैं। अकेले बिहार में 638 एटीएम फ्रॉड केस दर्ज हुए हैं। इसके बाद दूसरे नंबर पर तेलंगाना (624) और तीसरे नंबर पर महाराष्ट्र (144) का नाम आता है।

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