पत्नी द्वारा पति की हो रही हत्याएं चिंताजनक !
पुरुष उत्पीड़न कानून व्यवस्था हो।
अभी अधिकांश पति पत्नी की भय से भयभीत हैं। हाल ही बढ़ती घटनाओं से पति सुरक्षित नहीं समझ रहे हैं। नारी सशक्तिकरण का मतलब यह कतई नहीं है कि पति को थोड़ी सी बात के लिए सुरधाम ही पहुंचा दें। नारी अबला नहीं सबला है का मतलब इतनी भी सबल नही हो जाये कि पति के नाक में नकेल डालकर गदहे की तरह घुमाए। पति पत्नी की हिंसा से इस कदर दहशत में है जैसे कोई नक्सली, आतंकी से। घर के बाकी सदस्यों की औकात नहीं है कि वो अपनी बहू से कहे ,आदेश की बात भूलकर भी मन में न लाये।
कर्नाटक के पूर्व डीजीपी को पत्नी ने ही चाकू मारकर हत्या कर दी। ,कहीं कुल्हाड़ी से काट रही है तो तो कहीं पति को टुकड़े टुकड़े कर नीले ड्रम में बन्द कर रही है।नीला ड्रम तो एक मार्क बन गया है। कई पति पत्नी की उत्पीड़न से आत्महत्या कर लिये हैं। महिला उत्पीड़न का का कानून है लेकिन पुरूष उत्पीड़न का कोई कानून नही है। हाल ही में कुछ प्रमुख घटनाएं पर गौर करें -
अप्रैल 2025: मध्य प्रदेश में एक महिला ने कथित तौर पर अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति की हत्या कर दी और फिर उसे वीडियो कॉल पर उसके खून से लथपथ शरीर को दिखाया।
अप्रैल 2025: उत्तर प्रदेश के रजनीगंधा में एक 27 साल की महिला को कथित तौर पर उसके रेलवे पति की गला घोंटकर हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया था, ताकि उसकी सरकारी नौकरी हासिल की जा सके।
मार्च 2025: उत्तर प्रदेश के उत्तर प्रदेश में एक महिला और प्रेमी ने कथित तौर पर एक पूर्व नौसेना अधिकारी की हत्या का आरोप लगाया, उनके शरीर को टुकड़ों में बांट दिया गया।
मार्च 2025: उत्तर प्रदेश के औरैया में एक 22 साल की महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर शादी के 15 दिन बाद अपने पति की हत्या के लिए एक बेटे के हत्यारे को काम पर रखा।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ये केवल कुछ मामले हैं जो मीडिया में सामने आए हैं, और वास्तविक संख्या इससे कहीं अधिक हो सकती है।
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