गहरे दुख के साथ:मित्र के भाई रेलकर्मी ज्ञानेश्वर प्रसाद की दुखद मृत्यु !😢😢

  


आज मैं अपने एक प्यारे मित्र और छोटे भाई समान ज्ञानेश्वर प्रसाद के आकस्मिक निधन की खबर सुनकर गहरे सदमे और दुख में हूं। यह खबर मुझे देर से मिली, और मेरा हृदय इस दुखद घटना से मर्माहत है।

रविवार सुबह बिहिया रेलवे स्टेशन पर एक दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में, 63233 अप ईएमयू ट्रेन की चपेट में आने से ज्ञानेश्वर (53 वर्ष) का निधन हो गया। वह पटना जिले के मनेर थाना के नगवा गांव के निवासी थे और रेलवे के सिग्नल विभाग में सिग्नल मेंटेनर (MCM) के पद पर बानही स्टेशन पर कार्यरत थे। बानही स्टेशन जाने के लिए वह बिहिया स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 2 पर अप पटना-वाराणसी मेमू ट्रेन में चढ़ने का प्रयास कर रहे थे, तभी वह गिर गए और गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तुरंत बिहिया के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उनके पार्थिव शरीर को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल आरा भेजा गया है। इस घटना से पूरे रेलकर्मी समुदाय में शोक का माहौल है।

ज्ञानेश्वर, मेरे मित्र अरविंद कुमार सुमन (कोडरमा में ट्रैफिक इंस्पेक्टर) के छोटे भाई थे। उनके बड़े भाई मधेश्वर कुमार निगम पटना में टीटीई हैं और सबसे बड़े भाई राम अवधेश सिंह एक सेवानिवृत्त शिक्षक हैं। ज्ञानेश्वर भी अक्सर मेरे घर आते-जाते थे और मैं उन्हें अपने छोटे भाई की तरह मानता था। इनके दो छोटे- छोटे बच्चे हैं जो अभी एक दसवीं में और दूसरा आठवीं में पढ़ते हैं।

यह परिवार, खासकर रेलवे में कार्यरत सभी भाई, पहले गुजरात में पोस्टेड थे, और मैं वहां भी उनसे मिलने गया था। बाद में उन्होंने अपना ट्रांसफर दानापुर (मधेश्वर) व ज्ञानेश्वर और धनबाद मंडल (सुमन) में करवा लिया। इन सभी भाइयों ने जीवन में बहुत संघर्ष किया और कड़ी मेहनत से इस मुकाम को हासिल किया था।

यह दुखद घड़ी है, और मेरी गहरी संवेदनाएं पूरे परिवार के साथ हैं। इस दुख की घड़ी में हम सब उनके साथ खड़े हैं। आशा है भारतीय रेलवे भी कर्मयोगी कर्मी के साथ खड़ी रहेगी।

ॐ शांति!



 

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