पंचम मांझी: एक युवा क्रांतिकारी को लाल सलाम! -प्रो प्रसिद्ध कुमार।
आज दानारा (प्रखंड बिक्रम , जिला पटना) की धरती पर "पंचम मांझी अमर रहें" और "पंचम मांझी को लाल सलाम" के नारों से आसमान गूँज उठा। यह महज एक श्रद्धांजलि सभा नहीं थी, बल्कि एक युवा, जुझारू और संघर्षशील साथी के सपनों को आगे ले जाने का संकल्प था। 23 वर्ष की अल्पायु में ही एम्स पटना में कामरेड पंचम मांझी का निधन हो गया, लेकिन उनका संघर्ष, साहस और गरीबों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता हमेशा हमारे दिलों में ज़िंदा रहेगी।
न उम्र की थी परवाह, न मौत का था डर,
क्रांति की ज्वाला दिल में, लब पे इंकलाब।
पंचम मांझी तुम अमर हो, लाल सलाम तुम्हें,
तुम्हारा संघर्ष, तुम्हारा जज़्बा, बन गया इंकलाब!
एक युवा चिंगारी जो शोला बनी
पंचम मांझी एक गरीब परिवार से निकलकर आए थे, लेकिन उनकी सोच और इरादे हिमालय से भी ऊँचे थे। उन्होंने इंकलाबी नौजवान सभा के राज्य सह सचिव और भाकपा (माले) के पटना जिला के सक्रिय युवा नेता के रूप में अपनी एक अलग पहचान बनाई। वे सिर्फ 23 साल के थे, जब नियति ने उन्हें हमसे छीन लिया, लेकिन इन छोटे से सालों में उन्होंने जो मिसाल कायम की, वह आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी।
श्रद्धांजलि और संकल्प
आज की श्रद्धांजलि सभा में सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता, ग्रामीण और पार्टी नेता शामिल हुए। फुलवारीशरीफ के विधायक कामरेड गोपाल रविदास ने पंचम मांझी की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित की और एक मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस अवसर पर पंचम मांझी के पिता श्री भगवान मांझी को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया, जो उनके बेटे के त्याग और संघर्ष का प्रतीक था।
भाकपा (माले) के महासचिव कामरेड दीपंकर भट्टाचार्य ने भावुक होकर कहा, "आज की यह सभा केवल पंचम मांझी को याद करने की नहीं, बल्कि उनके विचारों, संघर्षों और सपनों को आगे ले जाने की जिम्मेदारी लेने की घड़ी है।" उन्होंने यह भी प्रस्ताव रखा कि पंचम मांझी की स्मृति में उनके गाँव में उनकी प्रतिमा या कोई स्मृति द्वार बनाया जाए, ताकि उनकी प्रेरणा हमेशा हमारे साथ रहे।
एकजुटता और जन-प्रतिनिधियों की उपस्थिति
इस दुखद घड़ी में भी जन-प्रतिनिधियों और कार्यकर्ताओं की एकजुटता देखने लायक थी। भाकपा (माले) के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व सांसद कामरेड रामेश्वर प्रसाद, अंगियाव विधायक कामरेड शिव प्रकाश रंजन, पालीगंज विधायक कामरेड संदीप सौरभ, अरवल विधायक कामरेड महानंद सिंह, बिहार विधान परिषद सदस्य कामरेड शशि यादव, पाटलिपुत्र के सांसद डॉ मीसा भारती, पूर्व विधायक अनिल शर्मा, मसौढ़ी विधायका रेखा पासवान, नगहर पंचायत के मुखिया अजीत वर्मा, कामरेड कमलेश, पुनपुन प्रखंड सचिव मोहन प्रसाद, फुलवारीशरीफ प्रखंड सचिव गुरुदेव दास, धनरुआ प्रखंड सचिव अकलू पासवान, मसौढ़ी प्रखंड सचिव राकेश कुमार तथा इंकलाबी नौजवान सभा के साथी साधु शरण सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने इस सभा में उपस्थित होकर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
पंचम मांझी का निधन हमारे लिए एक अपूरणीय क्षति है, लेकिन उनका जीवन हमें आगे बढ़ने और संघर्ष जारी रखने की प्रेरणा देता रहेगा। उन्हें हमारा लाल सलाम!

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