स्थानीय विधायक गोपाल रविदास के नेतृत्व में जानीपुर में न्याय की गुहार: एक दर्दनाक घटना और बढ़ता आक्रोश !😢-प्रसिद्ध कुमार।

  


 1 अगस्त 2025 को, जानीपुर बाजार में विधायक फुलवारीशरीफ गोपाल रविदास के नेतृत्व में सैकड़ों ग्रामीण और परिजनों ने एक दर्दनाक घटना के विरोध में धरना दिया। यह धरना जानीपुर नगवा नहर के पास हुई उस हृदय विदारक घटना के संबंध में था, जिसमें कल, 31 जुलाई 2025 को, ललन गुप्ता और शोभा गुप्ता के दो मासूम बच्चे – अंजली गुप्ता और अंश गुप्ता – की दुखद मृत्यु हो गई थी।



घटना का विवरण


कल दोपहर लगभग 2 बजे, जब अंजली और अंश के माता-पिता घर से बाहर थे, यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी। ग्रामीणों और परिजनों का आरोप है कि बच्ची के साथ बलात्कार किया गया और फिर सबूत मिटाने के लिए मिट्टी का तेल छिड़ककर जला दिया गया। इस आरोप ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है और लोगों में गहरा आक्रोश है।



प्रशासन पर सवाल


घटना को 20 घंटे से ज़्यादा बीत चुके हैं, लेकिन अब तक न तो आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है और न ही जिला प्रशासन ने घटना की कोई संतोषजनक जानकारी दी है। डॉग स्क्वॉड और FSL (फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी) की टीम घटनास्थल पर पहुंची तो है, लेकिन किसी भी ठोस कार्रवाई के अभाव ने लोगों के गुस्से को और बढ़ा दिया है। इस लापरवाही ने प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।



विधायक गोपाल रविदास के नेतृत्व में धरना


आज के धरने में विधायक गोपाल रविदास के साथ गुरुदेव दास , रोहित यादव , रामकुमार यादव ,  देवी पासवान और शुभम यादव सहित सैकड़ों कार्यकर्ता और ग्रामीण शामिल थे। उनकी प्रमुख मांगें निम्नलिखित हैं:

जानीपुर थाना अध्यक्ष को तत्काल बर्खास्त किया जाए।

वरीय पुलिस पदाधिकारी धरना स्थल पर पहुंचकर पीड़ित परिवार को न्याय का भरोसा दें।

आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाए।

धरना स्थल पर विधायक गोपाल रविदास ने "सुशासन बाबू" की सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि "सुशासन बाबू" की सरकार में अपराधियों का मनोबल बढ़ गया है, और आए दिन हत्या और बलात्कार की घटनाएं हो रही हैं। उन्होंने सरकार को जवाबदेह ठहराते हुए मृतक परिवार को इंसाफ दिलाने की मांग की।

विधायक ने भाजपा की "डबल इंजन सरकार" को भी आड़े हाथों लिया, यह कहते हुए कि यह सरकार "अपराधियों और माफियाओं की संरक्षक बन गई है"। उन्होंने दृढ़ता से कहा कि बिहार की जनता अब चुप नहीं बैठेगी।


यह घटना न केवल जानीपुर बल्कि पूरे बिहार के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है। मासूमों के साथ हुए इस जघन्य अपराध ने समाज को झकझोर कर रख दिया है। प्रशासन से यह उम्मीद की जाती है कि वह जल्द से जल्द दोषियों को गिरफ्तार कर न्याय सुनिश्चित करे, ताकि पीड़ित परिवार को कुछ सांत्वना मिल सके और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।


Comments

Popular posts from this blog

डीडीयू रेल मंडल में प्रमोशन में भ्रष्टाचार में संलिप्त दो अधिकारी सहित 17 लोको पायलट गिरफ्तार !

जमालुद्दीन चक के पूर्व मुखिया उदय शंकर यादव नहीं रहे !

अलविदा! एक जन-नेता का सफर हुआ पूरा: प्रोफेसर वसीमुल हक़ 'मुन्ना नेता' नहीं रहे !