मेरे स्वतंत्र विचारों का सफर: 4068 ब्लॉग, 2.5 लाख+ दर्शक और 30 से अधिक देशों का साथ! प्रो प्रसिद्ध कुमार।
आज एक बहुत ही खास मौका है जिसे आपके साथ साझा करते हुए मुझे अपार हर्ष हो रहा है। मेरे ब्लॉगhttps://prasihyadavviews.blogspotएक नया मील का पत्थर पार किया गया है: 4068 ब्लॉग और हर समय 2.5 लाख से अधिक दर्शक !
यह यात्रा लगभग पांच साल पहले शुरू हुई थी। जब मुझे पत्रकारिता में "गुलामी वाली" की प्रवृत्ति महसूस हुई, तो मैंने उसे अपनी खुद की राह बना लिया - एक ऐसा ब्लॉग जो स्वतंत्र , मेरी अपनी तकनीक, ज्ञान और विचारधारा पर आधारित हो। मैंने इसे अपने सामने मॉस्क और पैशन से सींचा है, और आज यह परिणाम आपके पास है।
वैश्विक पहचान: विचारधारा की कोई सीमा नहीं
सबसे ज्यादा खुशी और गर्व की बात यह है कि मेरे विचारों को 30 से अधिक देशों के लोग पढ़ते हैं। यह देखकर आश्चर्य होता है कि एक स्वतंत्र विचार का संग्रह दुनिया भर के 30 से अधिक देशों के लोगों तक पहुंच सकता है।
शीर्ष 15 दर्शक स्थान (Top Locations) 🌍
चित्र के अनुसार, ये वे देश हैं जहां के चित्र ने मेरे ब्लॉग को सबसे अधिक अंक दिए हैं:
देश
दर्शकों की संख्या (दर्शकों की संख्या)
भारत
953
संयुक्त राज्य अमेरिका (संयुक्त राज्य अमेरिका)
89
आयरलैंड (आयरलैंड)
39
स्वीडन (स्वीडन)
28
सिंगापुर (सिंगापुर)
2
ब्राज़ील
1
कनाडा (कनाडा)
1
चीन (चीन)
1
हांगकांग (हांगकांग)
1
मेक्सिको (मेक्सिको)
1
नीदरलैंड (नीदरलैंड)
1
नॉर्वे (नॉर्वे)
1
अन्य (Other)
15
कुल (Total)
1133+
इन प्रमुख देशों के अलावा, मेरे ब्लॉग में ऑस्ट्रेलिया, सऊदी अरब, रोमानिया, जापान, पोलैंड, आयरलैंड , फ़िनलैंड, दक्षिण कोरिया, फ्रांस, जर्मनी, नाइजीरिया, नेपाल और कई अन्य देशों के पाठक भी शामिल हैं।
सफलता के निरीक्षण (मील के पत्थर) 📈
यह यात्रा केवल संख्या का नहीं, बल्कि विचारों का संग्रह है:
20 जून 2022: 1380 ब्लॉग पर 50,000 दर्शक ।
31 दिसंबर 2022: 1816 ब्लॉग पर 71,000+ दर्शक ।
30 मार्च 2023: 2000 ब्लॉग और 81,000 दर्शक।
7 सितंबर 2023: 2377 ब्लॉग पर 1 लाख दर्शक ।
3 फरवरी 2025: 3564 ब्लॉग पर 2 लाख दर्शक ।
आज: 4068 ब्लॉग और 2.5 लाख+ दर्शक ।
विविधता मेरे ब्लॉग की जान
इन 4068 ब्लॉगों में मैंने राजनीति, खेल, कृषि, सिनेमा, नाटक ,समीक्षा , गीत , साहित्य, अपराध, जीवनी, इतिहास, अर्थव्यवस्था , विज्ञान , यात्रा, अनैतिक मुद्दे, अनैतिक आलोचना, सिद्धांत, और जीवन के सुख-दुःख, हर्ष-विषाद-हर आधार पर अपने बेबाक विचार रखे हैं। मुझे शाबाशी भी मिली और कभी-कभी स्केट्रिक आलोचना (शब्दभेदी प्रतिबंध) भी।
जुनून, विरासत और वसीयत
मेरा ब्लॉग गैर-आय वाला है । इससे मुझे एक रुपये की भी प्राप्ति नहीं होती। आप सहज ही समझ सकते हैं कि यह बिना किसी आय के एक हार्ड वर्कशॉप है, जो मेरा जुनून है।
ब्लॉग ब्लॉग के पीछे मेरा एकमात्र उद्देश्य यह है कि मेरे विचारों का एक संग्रह हो। मैं इसे एक विरासत के रूप में, एक अध्ययन के रूप में रखना चाहता हूं, जो शायद लोगों को समय के घटनाचक्र के रूप में जाना जाए। यही मेरी मूल संपत्ति होगी।
धन्यवाद!
मैं आप सभी दर्शकों को दिल से धन्यवाद देता हूं, आपने अपनी कीमती समय निकाल कर मेरे ब्लॉग को सिर्फ पढ़ा ही नहीं, बल्कि दूसरों को पढ़ने के लिए प्रेरित किया ,फॉरवर्ड किये।आगे भी आपलोगों के आशीर्वाद प्राप्त होता रहे।
आपका आशीर्वाद और साथ के लिए। यह यात्रा आगे भी जारी रहेगी!
साध्यवाद! 💐
- प्रो. प्रसिद्ध कुमार
अर्थशास्त्र विभाग
Rlsy college, Anisabad , Patna 2.



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