न्याय की पुकार: क्या नेपाल भागेंगे अपराधी, या गया में होगा पिंडदान? 😢-प्रो प्रसिद्ध कुमार।

  


​–तस्वीर में मृतक के परिजनों को ढांढस बंधाते मा सम्राट जी और मैं। बिहार के गृहमंत्री को एक खुला पत्र: नीरज मुखिया की शहादत और त्रस्त जनता की उम्मीद –

​माननीय गृहमंत्री, श्री सम्राट चौधरी जी,

​यह पत्र सिर्फ़ एक नागरिक का आक्रोश नहीं है, बल्कि उस अंतिम पायदान के त्रस्त लोगों की आवाज़ है, जो आज भी न्याय की बाट जोह रहे हैं।

​आज मुझे वह दिन स्पष्ट रूप से याद है: 14 दिसंबर 2023। हमने एक साथ शहीद नीरज कुशवाहा मुखिया की आदमकद प्रतिमा का अनावरण किया था। उस सभा की अध्यक्षता करने का अवसर मुझे मिला था, और मैंने वहाँ की सामाजिक, राजनीतिक और भौगोलिक सच्चाइयों को बड़ी बारीकी से आपके सामने रखा था।

​ठीक एक साल पहले, 14 दिसंबर 2022 को, सुशासन के दावे वाली सरकार के बीच, फुलवारी प्रखंड के फरीदपुर गाँव में, नीरज मुखिया को उनके आवास पर, दिनदहाड़े सुबह 9 बजे, दर्जनों लोगों के बीच सामंती शक्तियों ने गोलियों से छलनी कर दिया था।

​उस दिन, मेरे उद्गार थे कि "कैसे अंतिम पायदान के लोगों को ख़शी, बकरी की तरह काटा जा रहा है।" यह उक्ति, लोगों के दिलों को झकझोर गई थी।

​आपके प्रत्युत्तर में आपने जो आशा भरी बात कही थी, वह आज भी मेरे कानों में गूँजती है:

​"मेरी सरकार आएगी तो या तो अपराधी नेपाल भागेंगे या उनका गया में पिंडदान होगा।"

​माननीय मंत्री जी, हमारी राजनीतिक विचारधाराएँ अलग हो सकती हैं, और उस दिन के बाद हमारी मुलाक़ात भी नहीं हुई, लेकिन आपसे मेरी और उन त्रस्त लोगों की अपेक्षाएँ आज भी उतनी ही गहरी हैं।

​दुःखद है कि दुर्भाग्य ने वहाँ की राजनीति को भी नहीं छोड़ा। कुछ समय बाद हुए उपचुनाव में, दिवंगत मुखिया की पत्नी को उस कांड के नामजद अभियुक्त की माँ के हाथों पराजित होना पड़ा। राजनीति के दाँव-पेंच में सब कुछ संभव है, यह सत्य है।

​मगर न्याय की डगर में ऐसा नहीं होना चाहिए।

​मंत्री जी, आपसे विनम्र आग्रह है कि आप अपने कहे शब्दों की ताक़त को सिद्ध करें।

​अंतिम पायदान के त्रस्त लोगों को केवल ताक़त और न्याय दें।

​शहीद नीरज मुखिया के हत्यारों को फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट में अविलंब सजा दिलाएँ।

​अपराधियों पर नकेल कसें, ताकि वे नेपाल की राह पकड़ें या अपनी नियति को स्वीकार करें।

​जनता का भरोसा तभी बहाल होगा जब सबको यह लगे कि 'सबके साथ, सबका विकास' का नारा केवल कागज़ों पर नहीं, बल्कि न्याय की चौखट पर भी चरितार्थ होता है।

​हमारी सरकार और हमारे गृहमंत्री से यह अपेक्षा एक विश्वास है। इस विश्वास को टूटने मत दीजिएगा।

#homeministerbihar.

Comments

Popular posts from this blog

डीडीयू रेल मंडल में प्रमोशन में भ्रष्टाचार में संलिप्त दो अधिकारी सहित 17 लोको पायलट गिरफ्तार !

जमालुद्दीन चक के पूर्व मुखिया उदय शंकर यादव नहीं रहे !

अलविदा! एक जन-नेता का सफर हुआ पूरा: प्रोफेसर वसीमुल हक़ 'मुन्ना नेता' नहीं रहे !