विदाई बेला: कर्तव्य पथ से सेवानिवृत्ति की ओर बढ़ते कदम !
दानापुर रेल मंडल में 46 रेलकर्मियों का सम्मानजनक विदाई समारोह
जीवन का एक लंबा पड़ाव जब पूर्ण होता है, तो स्मृतियों का कारवां साथ चलता है। कुछ ऐसा ही दृश्य आज दानापुर मंडल रेल कार्यालय के सभागार में देखने को मिला, जहाँ दिसंबर 2025 में सेवानिवृत्त होने वाले 46 रेलकर्मियों के सम्मान में "समापक भुगतान एवं विदाई समारोह" का भव्य आयोजन किया गया।
सम्मान और कृतज्ञता
समारोह के मुख्य अतिथि, मंडल रेल प्रबंधक (DRM) श्री विनोद कुमार ने सभी सेवानिवृत्त कर्मचारियों को अंगवस्त्र और समापक भुगतान के दस्तावेज सौंपकर सम्मानित किया। उन्होंने कर्मचारियों के दशकों के परिश्रम और भारतीय रेल के प्रति उनके समर्पण की सराहना करते हुए उन्हें भावभीनी विदाई दी।
कार्यक्रम की रूपरेखा वरीय मंडल कार्मिक अधिकारी श्री अतुल कुमार द्वारा प्रस्तुत की गई, जिन्होंने समापक भुगतान की प्रक्रिया और विवरण साझा किए।
भविष्य के लिए अनमोल सुझाव
मंडल रेल प्रबंधक ने अपने संबोधन में रेलकर्मियों के सुखद और समृद्ध भविष्य की कामना की। साथ ही, उन्होंने एक अत्यंत व्यावहारिक सलाह देते हुए कहा कि:
"जीवन भर की इस जमा पूंजी (समापक भुगतान राशि) को किसी भी असुरक्षित जगह पर निवेश न करें। अपनी गाढ़ी कमाई की सुरक्षा और भविष्य का नियोजन सोच-समझकर करें।"
स्वास्थ्य ही सबसे बड़ा धन
रिटायरमेंट के बाद के जीवन को ऊर्जावान बनाए रखने के लिए इस कार्यक्रम में स्वास्थ्य विशेषज्ञों को भी आमंत्रित किया गया था। एक्युप्रेशर, होम्योपैथ और आयुर्वेद के डॉक्टरों ने उपस्थित जनों को बढ़ती उम्र में स्वस्थ रहने और दीर्घायु जीवन जीने के प्राकृतिक और प्रभावी तरीके बताए।
रंगकर्मी मो. सादिक: एक नई पारी की शुरुआत
इस विदाई समारोह का एक विशेष आकर्षण लोको पायलट मो. सादिक रहे। सादिक जी न केवल एक कुशल रेलकर्मी रहे हैं, बल्कि अपनी कला के जरिए समाज को आईना दिखाने वाले एक बेहतरीन रंगकर्मी भी हैं। उनके सहकर्मियों और मित्रों ने उनके स्वस्थ एवं दीर्घायु जीवन की मंगलकामना की है। उम्मीद है कि रेल की पटरी से उतरकर अब वे कला के मंच पर अपनी दूसरी पारी में और भी अधिक सक्रिय होंगे।
गरिमामयी उपस्थिति
इस अवसर पर रेल प्रशासन के विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी सहित ई.सी.आर.ई.यू, ओ.बी.सी एवं एस.सी./एस.टी. एसोसिएशन के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे, जिन्होंने विदा हो रहे साथियों का उत्साहवर्धन किया।
शुभकामना संदेश:
सभी 46 रेलकर्मियों को उनके आगामी जीवन के लिए ढेरों शुभकामनाएँ। आपकी निष्ठा और सेवा भारतीय रेल के इतिहास में सदैव अंकित रहेगी।

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