एक हथौड़े की कीमत: अनुभव का महत्व !-कहानी

   


  सिर्फ 20,000 डॉलर।


एक बहुत बड़ा मालवाहक जहाज खुले समुद्र में फंसा हुआ था। उसका शक्तिशाली इंजन अचानक बंद हो गया और सभी प्रयास विफल हो गए। जहाज के मालिक ने कई विशेषज्ञ इंजीनियरों को बुलाया, लेकिन कोई भी समस्या का पता नहीं लगा सका। एक के बाद एक इंजीनियर आते गए, महीनों तक प्रयास करते रहे, पर सब बेकार था। जहाज के मालिक की चिंता बढ़ती जा रही थी, क्योंकि हर दिन का नुकसान लाखों का था।

फिर किसी ने उन्हें एक बूढ़े अनुभवी मैकेनिकल इंजीनियर के बारे में बताया, जिनके पास 30 से ज़्यादा वर्षों का अनुभव था। वे अपने अद्भुत कौशल और शांत स्वभाव के लिए जाने जाते थे। जहाज के मालिक ने उन्हें आखिरी उम्मीद के तौर पर बुलाया।

जब बूढ़े इंजीनियर जहाज पर पहुँचे, तो उन्होंने न कोई हड़बड़ी दिखाई और न ही बड़े-बड़े औजारों का ढेर लगाया। वह शांत मन से धीरे-धीरे पूरे इंजन का निरीक्षण करने लगे, मानो वे किसी पुरानी कहानी को पढ़ रहे हों। उन्होंने हर पुर्जे को देखा, हर आवाज को सुना और अपनी आँखें बंद करके कुछ देर सोचा।

फिर उन्होंने अपने पुराने, घिसे हुए चमड़े के बैग से एक छोटा सा हथौड़ा निकाला। वहां मौजूद सभी लोग, जिनमें मालिक और अन्य इंजीनियर भी शामिल थे, हैरान होकर देख रहे थे। बूढ़े इंजीनियर ने बिना किसी को कुछ बताए, इंजन के एक खास हिस्से पर धीरे से तीन बार खटखटाया।

"अब इंजन चालू करें," उन्होंने शांत स्वर में कहा।

और चमत्कारी रूप से, एक धीमी आवाज के साथ, इंजन फिर से जीवन में आ गया! वह पहले की तरह शक्तिशाली गर्जना करने लगा। वहां खड़े हर व्यक्ति की आँखें खुली रह गईं। कुछ ही सेकंड में, वह काम हो गया था जो महीनों से कोई नहीं कर पाया था।

इंजीनियर ने अपना हथौड़ा वापस बैग में रखा और जाने की तैयारी करने लगे। जब मालिक ने उनसे उनकी फीस पूछी, तो उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा, "सिर्फ 20,000 डॉलर।"

यह सुनकर मालिक चौंक गया। उसने सोचा, "सिर्फ एक हथौड़े से खटखटाने के 20,000 डॉलर? यह तो सरासर लूट है!" उसने कहा, "यह बहुत ज़्यादा है! आपने मुश्किल से 30 सेकंड का काम किया है। मैं इतने कम काम के लिए इतनी बड़ी रकम नहीं दे सकता। मुझे एक विस्तृत बिल चाहिए।"

बूढ़े इंजीनियर ने अपनी कलम निकाली और एक साधारण पर्ची पर लिखा:

हथौड़े से खटखटाने के: $2

कहाँ खटखटाना है, यह जानने के: $19,998

मालिक को अपनी गलती का एहसास हो गया। उसे समझ में आया कि कीमत उस काम की नहीं थी, बल्कि उस ज्ञान और अनुभव की थी जो उस काम के पीछे था। 30 मिनट का काम 30 साल की मेहनत का नतीजा था। यह देखकर वह शर्मिंदा हुआ और उसने तुरंत खुशी-खुशी पूरी फीस चुका दी।

यह कहानी हमें सिखाती है कि किसी काम को करने में लगा समय नहीं, बल्कि उस काम को करने के लिए अर्जित किया गया ज्ञान और अनुभव ही असली मूल्य है। अनुभव, ज्ञान और कौशल ही हमें सफलता की नई ऊंचाइयों तक पहुंचा सकते हैं।

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