युवाओं के लिए सुनहरा अवसर: LN मिश्रा इंस्टीट्यूट में NATS पर महत्वपूर्ण वर्कशॉप !-प्रो प्रसिद्ध कुमार, RLSY College, Anisabad, Patna.
पटना, बिहार - LN मिश्रा इंस्टीट्यूट में आज बिहार के संबद्ध महाविद्यालयों के प्रतिनिधियों के साथ एक महत्वपूर्ण NATS (National Apprenticeship Training Scheme) वर्कशॉप का आयोजन किया गया। अपने कॉलेज के तरफ से मैं शामिल हुए था। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य युवाओं को रोजगार-उन्मुख प्रशिक्षण और अवसर प्रदान करने वाली NATS योजना के बारे में जागरूकता बढ़ाना था।
प्रमुख हस्तियों की उपस्थिति
इस वर्कशॉप में बिहार सरकार के शिक्षा विभाग के सचिव बैद्यनाथ यादव, उप सचिव रामसागर, और DOPT के निदेशक एजाज अहमद सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। इन सभी ने मिलकर छात्रों के लिए रोजगारपरक जानकारी साझा की।
बैद्यनाथ यादव ने जोर देकर कहा कि हम सिर्फ डिग्री नहीं दे रहे, बल्कि NATS प्रशिक्षण के साथ-साथ युवाओं को समान अवसर पर जॉब भी उपलब्ध कराएगा। उन्होंने यह भी बताया कि 261 अंगीभूत कॉलेजों के प्रतिनिधि पहले ही NATS पोर्टल पर रजिस्टर हो चुके हैं, जो योजना की सफलता की दिशा में एक बड़ा कदम है।
निदेशक एजाज अहमद ने बताया कि आजादी के बाद से चली आ रही बेरोजगारी की समस्या का समाधान करने के लिए NATS जैसी योजनाएं बेहद महत्वपूर्ण हैं।
NATS क्या है?
NATS का मतलब है National Apprenticeship Training Scheme। यह एक प्रमुख सरकारी योजना है, जिसका लक्ष्य तकनीकी और वाणिज्यिक क्षेत्रों के नए स्नातकों को व्यावहारिक प्रशिक्षण और कार्य अनुभव प्रदान करना है। इसका मुख्य उद्देश्य उद्योगों की आवश्यकताओं और शैक्षणिक संस्थानों द्वारा दिए जाने वाले ज्ञान के बीच की खाई को भरना है।
इस योजना की टैगलाइन "सशक्त युवा, समर्थ युवा" को वर्कशॉप में बखूबी परिभाषित किया गया, जो इसके मूल उद्देश्य को दर्शाता है।
मुख्य विशेषताएं और लाभ
NATS की कुछ प्रमुख विशेषताएं और छात्रों व कंपनियों को मिलने वाले लाभ नीचे दिए गए हैं:
प्रशिक्षण अवधि: इस योजना के तहत प्रशिक्षण की अवधि 6 महीने से 1 साल तक होती है।
आर्थिक सहायता: सरकार प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षुओं को मासिक स्टाइपेंड (आर्थिक सहायता) प्रदान करती है, जो उनके लिए एक बड़ा प्रोत्साहन है।
व्यावहारिक प्रशिक्षण: यह योजना छात्रों को सैद्धांतिक ज्ञान के साथ-साथ वास्तविक कार्यस्थल का अनुभव देती है, जिससे वे भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार हो सकें।
स्टाइपेंड की दरें (मासिक)
स्नातक प्रशिक्षु (Graduate Apprentices): ₹9,000
डिप्लोमा (तकनीशियन) प्रशिक्षु (Diploma (Technician) Apprentices): ₹8,000
स्नातक प्रशिक्षु (सैंडविच): ₹8,000
डिप्लोमा (तकनीशियन) प्रशिक्षु (सैंडविच): ₹7,000
छात्रों को लाभ
कार्य अनुभव और एक मूल्यवान प्रमाणपत्र प्राप्त होता है।
रोजगार के अवसरों में वृद्धि होती है।
प्रशिक्षण के दौरान आर्थिक सहायता मिलती है।
कंपनियों को लाभ
कुशल और प्रशिक्षित कार्यबल मिलता है।
भर्ती और प्रशिक्षण का एक लागत प्रभावी तरीका है।
आधिकारिक पोर्टल की जानकारी
NATS का एक समर्पित पोर्टल है, जहाँ छात्र, संस्थान और कंपनियां पंजीकरण कर सकते हैं। यह पोर्टल नामांकन, अनुबंध निर्माण और स्टाइपेंड के दावों से संबंधित सभी कार्यों के लिए एक केंद्रीय हब के रूप में कार्य करता है। इससे पूरी प्रक्रिया पारदर्शी और कुशल बनती है।
यह योजना न केवल युवाओं के कौशल को निखारती है, बल्कि उन्हें सीधे रोजगार से जोड़कर देश के आर्थिक विकास में भी योगदान देती है।


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