चुनावी रणभेदी: फुलवारी से 'लाल' प्रत्याशी का शंखनाद! प्रो प्रसिद्ध कुमार।



   

गोपाल रविदास ने भरा नामांकन; जनसैलाब के बीच विकास और परिवर्तन की हुंकार !

​फुलवारी शरीफ की धरती पर आज एक नई चुनावी ऊर्जा का संचार हुआ। महागठबंधन समर्थित भाकपा (माले) के जुझारू प्रत्याशी, श्री गोपाल रविदास, ने फुलवारी (188-अ.जा.) विधानसभा क्षेत्र से अपना नामांकन पत्र दाखिल कर, चुनावी समर का विधिवत आग़ाज़ कर दिया है। यह महज़ एक कागज़ी प्रक्रिया नहीं, बल्कि विकास और जनसेवा के प्रति उनके अटूट समर्पण का एक और प्रमाण था। नामांकन के इस महत्वपूर्ण क्षण में, उनके साथ उनके प्रस्तावक, श्री विजय केवट एवं श्री गुरुदेव दास, कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहे।

​जनसभा में गूँजी परिवर्तन की ललकार

​नामांकन के उपरांत, एस.के. मैरेज पार्क, फुलवारी शरीफ में आयोजित विशाल जनसभा का दृश्य देखते ही बनता था। जनसैलाब उमड़ पड़ा था, जो न केवल गोपाल रविदास के प्रति जनता के भरोसे को दर्शाता है, बल्कि वर्तमान व्यवस्था से मुक्ति की सामूहिक इच्छा को भी अभिव्यक्त करता है।

​जनसभा को संबोधित करते हुए, विधायक श्री गोपाल रविदास ने आत्मविश्वास से भरी हुंकार भरी। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा, "इस बार हम पहले से कहीं अधिक मतों से जीत दर्ज करेंगे।" उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान किए गए 'विकास कार्यों का रिपोर्ट कार्ड' जनता के सामने प्रस्तुत किया, जो उनकी पारदर्शी और कर्मठ राजनीति का आईना है। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि फुलवारी शरीफ की जनता उनके काम से संतुष्ट है, और यही संतोष उनकी सबसे बड़ी पूंजी है।

​ 'सुशासन बाबू' पर साधा निशाना, युवाओं को दिया आशा का संदेश

​अपने उद्बोधन में, उन्होंने वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि एक ओर जहाँ 'सुशासन बाबू' (नीतीश कुमार) बीमार और शिथिल नज़र आ रहे हैं, वहीं दूसरी ओर बीजेपी अपने 'काले कारनामों' में लिप्त है। उन्होंने जनता की नब्ज़ पकड़ते हुए कहा, "आज की जनता, खासकर युवा वर्ग, नौकरी देने वाली सरकार चाहता है—और यह केवल तेजस्वी सरकार ही दे सकती है।" यह बयान रोज़गार को चुनावी बहस के केंद्र में लाने का एक स्पष्ट आह्वान था।

​ महागठबंधन का 'संकल्प पत्र': हर घर को नौकरी और सम्मान

​श्री रविदास ने केवल आलोचना ही नहीं की, बल्कि उज्जवल भविष्य का रोडमैप भी प्रस्तुत किया। उन्होंने महागठबंधन सरकार बनने पर लागू की जाने वाली तीन प्रमुख योजनाओं की घोषणा कर, जनता के समक्ष एक ठोस विकल्प रखा:

​'मां-बहन सम्मान योजना': इसके तहत, महिलाओं को ₹2500/- प्रतिमाह की सम्मान राशि प्रदान की जाएगी।

​सस्ती रसोई गैस: रसोई गैस सिलेंडर मात्र ₹500/- में उपलब्ध कराया जाएगा, जिससे आम गृहिणी को बड़ी राहत मिलेगी।

​हर घर को नौकरी: यह सबसे बड़ा वादा, जो बेरोज़गारी की समस्या से जूझ रहे बिहार के युवाओं की आकांक्षाओं को प्रतिबिंबित करता है।

​इस ऐतिहासिक जनसभा में भाकपा (माले) के विजय केवट, गुरुदेव दास, जय प्रकाश पासवान सहित राजद के कौसर खान, इंजीनियर आफताब आलम, कैश अनवर, प्रो प्रसिद्ध कुमार, हरिनारायण यादव , अरुण कुमार, प्रमोद कुमार, रॉनित कुमार ,मोहन मंडल , सत्यनारायण पासवान ,विनोद यादव, संजय कुमार , राजद प्रखंड अध्यक्ष ,श्रवण कुमार, ध्रुव यादव, टिंकू यादव ,भीम यादव ,  पूर्व मुखिया तारकेश्वर चौधरी सहित  कई प्रमुख नेता और वरिष्ठ कार्यकर्ता उपस्थित रहे। उनकी उपस्थिति ने महागठबंधन की एकजुटता और संकल्पशक्ति को बल प्रदान किया।

​गोपाल रविदास का नामांकन और उसके बाद की जनसभा, फुलवारी शरीफ की राजनीति में एक नए अध्याय की शुरुआत है—जहाँ विकास का वादा और परिवर्तन की चाहत मिलकर 'लाल' परचम को और भी ऊँचा उठाने का संकल्प ले रहे हैं।

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