स्वयं का सम्मान: जब दूसरों को खुश करने की चाह में हम खुद को खो देते हैं !

   


​एक ऐसा दौर आता है जब हम महसूस करते हैं कि किसी दूसरे के कारण खुद को दुखी करने की जरूरत नहीं है। यह विचार एक गहन मनोवैज्ञानिक सत्य को दर्शाता है: हमारी भावनात्मक स्थिरता और आत्म-मूल्य किसी और के कार्यों या अपेक्षाओं पर निर्भर नहीं होना चाहिए।

​ सिद्धांतों का त्याग और आंतरिक पीड़ा

​मनोविज्ञान में, आत्म-सम्मान (Self-Esteem) और आंतरिक सद्भाव (Internal Harmony) का सीधा संबंध हमारे सिद्धांतों और मान्यताओं के साथ होता है। जब हम दूसरों को खुश करने, उनकी आलोचना से बचने, या समाज द्वारा स्वीकृत होने की लालसा में अपने मूल सिद्धांतों का त्याग करते हैं, तो यह आत्म-विश्वास पर सीधा प्रहार करता है।

 जब हम अपने सिद्धांतों को छोड़ देते हैं, तो सबसे अधिक पीड़ा खुद को ही होती है। यह पीड़ा बाहरी नहीं होती; यह एक आंतरिक संघर्ष है जो अपराध बोध ,पछतावे और पहचान के संकट (Identity Crisis) के रूप में प्रकट होता है। हमारा अंतर्मन (Conscience) हमें बताता है कि हमने अपनी सत्यनिष्ठा (Integrity) के साथ समझौता किया है।

​आत्म-कटघरा: सबसे बड़ा अन्याय

​जीवन में एक निर्णायक मोड़ आता है,  'एक दिन ऐसा आता है, जब व्यक्ति खुद को कटघरे में खड़ा पाता है' कहकर वर्णित करता है। यह कटघरा अदालत का नहीं, बल्कि हमारी अपनी अंतरात्मा का है। इस क्षण में, हम पीछे मुड़कर देखते हैं और यह एहसास होता है:

​"दूसरों को खुश करने की चाह में उसने अपने साथ कितना बड़ा अन्याय किया।"

​यह एहसास ही सबसे बड़ी मनोवैज्ञानिक चोट है। दूसरों के लिए जीना, अपनी इच्छाओं, लक्ष्यों और जरूरतों को लगातार नज़रअंदाज़ करना एक तरह का आत्म-उत्पीड़न है। हम अपनी जिंदगी की बागडोर दूसरों के हाथों में सौंप देते हैं, और जब हमें उनकी तरफ से मान्यता या खुशी नहीं मिलती, तो हम खालीपन और निराशा से भर जाते हैं।

​ स्वस्थ जीवन के लिए आवश्यक सीख

​खुद की प्राथमिकता (Self-Prioritization): अपनी भावनाओं, ज़रूरतों और सिद्धांतों को सबसे ऊपर रखें। दूसरों की मदद करना ज़रूरी है, लेकिन अपनी कीमत पर नहीं।

​वास्तविक संबंध -जो लोग आपको आपके सिद्धांतों सहित स्वीकार नहीं कर सकते, उनके साथ संबंध बनाए रखना आपकी मानसिक शांति के लिए हानिकारक है।

​पछतावे से मुक्ति  : जब आप अपने सिद्धांतों पर टिके रहते हैं, तो आप खुद को कटघरे में खड़ा होने से बचाते हैं।

​याद रखें, स्वस्थ मानसिक स्वास्थ्य के लिए दूसरों की मंजूरी से अधिक, अपनी आंतरिक स्वीकृति (Internal Validation) सबसे महत्वपूर्ण है।

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