आज मेरे 2000 ब्लॉग्स पूरे हुए! एक अवलोकन !-प्रसिद्ध यादव।

 

    






    इसके 81 हजार से अधिक ऑल  टाइम  वियुवर हुए!   अगर औरों की तरह यु टूबर होता तो पैसों की कोई कमी नहीं होती। फर्जी, सनसनीखेज यू टूबर  लोगों का हाल छुपा हुआ नहीं है।मेरा ब्लॉग पढ़कर कितने लोगों के हृदय परिवर्तन हुआ,मुझे नहीं मालूम है लेकिन कुछ पल के लिए सोचने समझने के लिए जरूर मजबूर कर दिया है। मेरा ब्लॉग ही मेरा चरित्र है। दोहरे चरित्र  वाले का मैं नहीं हूं।ऐसी उम्मीद कोई मुझे स्वप्न में भी न करे।मैं रीटेक नहीं होता हूँ।मेरे क्रोनोलॉजी, सेफ़ॉलोजी, साइकोलॉजी को समझें। राजनीति वाले मायावी मैं नहीं हूं।कोई घटना हो जाये और भोलेपन से जवाब दे दें कि मुझे कुछ मालूम ही नहीं है।ऐसी भावुकता, मासूमियत, नॉटंकि मुझे पसंद नहीं है। मैं चेहरे पढ़कर किसी की कारतूस समझने का प्रयास करता हूँ। बातचीत होने पर पूरे स्कैन कर लेता हूँ।पत्रकार के अंदर यह गुण होना चाहिए।शकी मिजाज के होना चाहिए और आंखों में आंखें डाल कर बातें करने की साहस चाहिए चाहे सामने कोई हो। ख़बर सूचना हो सकती है लेकिन विचार, आलेख, कविता में भावनाएँ, विश्लेषण ,चिंतन,मनन होता है और मैं अपने ब्लॉग्स में इसका भरपूर प्रयास किया है। कॉन्टेंट संग्रह,डेटा एक ही हो सकता है लेकिन लिखने का भाव अलग -अलग हो जाता है।मेरे ब्लॉग की विशेषता अंधविश्वास, पाखंड,ढोंग के खिलाफ होता है। मैं इसे कतई बर्दाश्त नही करता हूँ न कभी बढ़ावा देता हूँ।
करीब दो साल  तीन माह पहले मैं अपना ब्लॉग बनाया,इसमें अबतक  2000 ब्लॉग प्रायः हर मुद्दे पर अपने विचारों को लिखा।  राजनीति,खेल,कृषि,सिनेमा,गीत ,संगीत,नाटक,साहित्य,क्राईम, जीवनी ,इतिहास, यात्रा,ज्वलंत मुद्दे,,व्यंग्य, तीखी आलोचना, सलाह,बेवाक अंदाज ,हर्ष,विषाद से लेकर  सुख -दुख  के भी विचारों को आपलोगों के समक्ष रखा। कभी शब्बाशी मिली,बधाई तो कभी कभी शब्दभेदी बाण भी चले। सबसे ज्यादा मुझे प्रभावित किया कि मेरे ब्लॉग को करीब 12 देशों के लोग पढ़ते हैं, इसमें मुख्यतः अमेरिका, फ्रांस,जर्मनी ,नाइजेरिया,नेपाल  सहित अन्य प्रमुख देशों के लोग हैं। ब्लॉग लिखने के पीछे मेरा एक ही उद्देश्य है कि मेरे विचारों का एक संग्रह हो। आप सभी वियूर को दिल से धन्यवाद जो आपने अपनी कीमती समय निकाल कर मेरे ब्लॉग को सिर्फ पढ़ा ही नहीं, बल्कि दूसरों को पढ़ने के लिए प्रेरित किया ,फॉरवर्ड किये।आगे भी आपलोगों के आशीर्वाद प्राप्त होता रहे। मेरा ब्लॉग विशुद्ध गैर आय वाला है इससे एक रुपया की कोई प्राप्ति नहीं है।आप सहज ही समझ सकते हैं कि बिना आय का एक हार्ड वर्क है,जो मेरा जुनून है ।हर माह 90  ब्लॉग औसतन लिखा। प्रति ब्लॉग लिखने व पोस्ट करने में 30  मिनट मान लें तो  मैं  60000 मिनट यानी 1000  घंटे  ब्लॉग लिखने में दिया।  औसतन 3 ब्लॉग हर दिन लिखा और करीब हर दिन डेढ़ घंटे समय दिया।इसे मैं विरासत के रूप में एक दस्तावेज के रूप में सौंपना चाहता हूं और यही मेरी मूल सम्पति होगी,जो शायद लोगों को समय का घटनाचक्र के रूप में जाना जाय।

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