मैं वोट हूँ! मैं चोट हूँ! प्रसिद्ध यादव के साथ शेयर करें!जागो वोटर!
👆👰बाबूचक, पटना।
मैं वोट हूँ!
मैं पल भर में किसी कोअर्स से फर्स पर ला दूं!
मैं वोट हूँ!
सदन में बैठने वाले को
सड़क पर खड़ा कर दूं!
किसी की बिगड़ी हुई
तक़दीर संवार दूं!
मैं वोट हूँ!
अच्छे -अच्छे को अकड़ तोड़ दूं।
ऐसा मैं चोट हूँ!
मैं वोट हूँ!
मैं मालिक हूँ!
अपनी किस्मत पर रोने वाला नहीं
निकम्मे को रुलाने वाला हूँ!
मैं वोट हूँ!
किसी में ताक़त नही
जो हमें जाति, धर्म में बांट दे।
मैं लोकतंत्र का प्रहरी हूँ।
मेरी आँखें खुली है!
मैं मजबूत संतरी हूँ!
कोई हमें ख़रीद ले!
मैं उस मिट्टी की बना हूँ!
किसी को मिट्टी में मिला सकता हूँ!
मैं वोट हूँ!
--प्रसिद्ध यादव।
Comments
Post a Comment