दनारा ,बिक्रम की मंदिर की 50- 60 करोड़ की कलश हाथ लगी चोरों की।पुलिस सुशासन राग में मस्त।प्रसिद्ध यादव के साथ शेयर करें।

 आज जैसे ही सुबह दनारा के इस मंदिर पर नजर पड़ी,तब लगा की कुछ नही दिखाई दी तब याद आई की चोरों की हाथ लगी है।1902 में निर्मित मन्दिर बहुत बुरे हाल में थी,लेकिन इस साल इसका उद्धार ऐसा हुआ की बिना कलश के हो गयी।शायद नव निर्माण में कलश को उतार कर सफाई हुआ,उसी में किसी ने उस सोने और धातु को डिवाइस से परख कर उसका मूल्य मालूम कर लिया और फिर एक रात 10 x7  का 70 फिट के सीधी से हाथ साफ कर लिया।सीढ़ी मिल गयी जो करीब 70 हजार के स्टील का है,लेकिन कीमती कलश अभी तक अदृश्य है।ताजुब है कि मंदिर के बगल में घर है,पीछे राइस मिल है,फिर भी गायब।अब देखना है कि दाल में काला है कि पूरा दाल ही काला है।



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