खगौल में प्रात:कालीन अर्घ्य के साथ चैती छठ पूजा संपन्न। प्रसिद्ध यादव।
कोरोना के प्रकोप के बीच खगौल में छठ पूजा धूमधाम से मनाई गई। सोमवार को प्रातःकालीन अर्घ्य के साथ व्रत संपन्न हो गया। हालांकि व्रत के दौरान कोरोनावायरस से बचाव की गाइडलाइन का पालन करते हुए अनेक लोगों ने अपने घर में ही बने तालाब में खड़े होकर भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया। सोमवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ सूर्योपासना का महापर्व छठ संपन्न हो गया। इस अवसर पर सामाजिक कार्यकर्ता चंदू प्रिंस समेत खगौल के अनेक श्रद्धालुओं ने खगौल लख घाट पर भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया। कोरोनावायरस के संकट के बीच लोक आस्था के महापर्व पर लोगों की श्रद्धा भारी पड़ी। इस दौरान लोगों ने शारीरिक दूरी का पालन व मास्क पहनने के मूलभूत ऐहतियात का पालन किया।
अधिकांश जगहों पर छठ व्रतियों ने कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए भगवान भाष्कर को अर्घ्य दिया तथा लोकमंगल की कामना की।
भगवान भास्कर को अर्घ्य देने के लिए पौ फटने के पहले से ही श्रद्धालुओं की टोली निकल पड़ी थी। माथे पर दउरा लेकर छठ के पावन गीत गाते व्रती उल्लास के साथ महापर्व में छठ घाट तक नंगे पांव जाते दिखे। छठ व्रतियों को अर्घ्य दिलाने पहुंचे परिवार के सदस्यों का उल्लास देखते बन रहा था। व्रतियों के द्वारा छठ पूजा के अवसर पर पारंपरिक गीत गाए जा रहे थे। घाट पर लोगों ने नहर के पवित्र जल में स्नान किया और भगवान सूर्य की आराधना की। इसके पहले रविवार को व्रतियों ने अस्ताचलगामी सूर्य की आराधना की।
जिला प्रशासन के घरों में छठ पूजा करने की अपील का रंगकर्मी अमन कुमार, पत्रकार सुदीप सोनी समेत अनेक श्रद्धालुओं ने पालन किया।रंगकर्मी अमन कुमार की माँ आशा देवी ने घर में बनाए गए तालाब में दिया अर्घ्य कोरोना के प्रकोप को देखते हुए इस बार रंगकर्मी अमन कुमार की मां आशा देवी ने अपने घर के आंगन में ही अर्घ्य दिया। यहां भी व्रत के दौरान सोशल डिस्टेसिंग का पालन किया गया।
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