भाजपा की असली चाल चरित्र को नीतीश पहचानें! प्रसिद्ध यादव।
नीतीश कुमार भाजपा के खासकर मोदी के चाल चरित्र से पहले से ही वाकिफ थे, लेकिन कुछ मजबूरियों के चलते गलबहियां होते रहे। भाजपा भी लालू यादव को सत्ता से दूर रखने के लिए गोबर खा पी रहा है। बिहार में भाजपा कभी भी अपने बूते सत्ता की बात दूर सशक्त विपक्ष भी नही बन सकती है। भले ही कुछ समय के लिए धर्म के नाम पर अपनी गुप्त एजेंडा ब्राह्मणवाद को बढ़ावा देने में सफल रही, लेकिन इसकी करतूत और असली चेहरा लोग जान गए हैं। अब लड़ाई 99: 1 का हो गया है अर्थात पूंजीपतियों बनाम शेष भारतीय।जाति आधारित जनगणना (Caste Census) को लेकर जिस तरह की बातें सामने आ रहीं हैं, उससे यह लग रहा है कि बिहार अब अपने बूते इस दिशा में आगे बढ़ने की तैयारी में है। यह संभव है कि कर्नाटक की तर्ज पर बिहार सरकार भी अपने स्तर पर जाति आधारित जनगणना कराने का निर्णय ले। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार (Narendra Modi Government) द्वारा न्यायालय में हलफनामा देकर जाति आधारित जनगणना से इनकार की बात पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने साफ कह दिया है कि वे इसे कतई सही नहीं मानते। आगे इस बारे में निर्णय को ले बिहार में राजनीतिक दलों के साथ फिर बैठक कर फैसला करेंगे। बिहार की स्थिति यह है कि 10 राजनीतिक दलों में नौ इसके समर्थन में हैं। केवल भारतीय जनता पार्टी (BJP) को जाति आधारित जनगणना से इनकार है। बिहार से सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) से भेंट की थी, तब उन्होंने एक स्वर में कहा था कि प्रधानमंत्री से इस संबंध में बातचीत काफी सकारात्मक (Positive) रही। उम्मीद थी कि केंद्र जाति आधारित जनगणना पर सहमत हो जाएगा। पर हाल ही में जब केंद्र सरकार की ओर से न्यायालय में हलफनामा देकर यह कह दिया गया कि वह जाति आधारित जनगणना के पक्ष में नहीं है, तब बात नए सिरे से आगे बढ़ गयी है।
आशा है नीतीश जी अपनी सोशल इंजीनियरिंग को कभी खत्म नही होने देंगे और लालू यादव गरीबों के मान सम्मान से कभी समझौता नहीं करेंगे। जागरण वेव के सौजन्य से ।
अध्यक्ष
ओबीसी महासभा
पटना।
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