महात्मा बुद्ध के विचारों को समझें। प्रसिद्ध यादव।
इनके सत्य अनवेषण और विचारों से दुनिया ऊंचाइयां छू रही है और जहाँ ज्ञान के द्वीप प्रज्वलित किये वहीं अंधविश्वास, पाखंड, ढ़ोंग से अंधेरा छा गया। पाखंड फैलाने वाले का जीवन यापन हो रहा है, उसके बढ़ावा देने का मकसद समझ में आता है, लेकिन जो सर्वस लुटा रहा है और ढो रहा है, यह समझ नहीं आता। अनपढ़ की कौन कहे पढ़े लिखे और बड़े बड़े राजनेताओं की नोटंकी देखकर उनकी बुद्धि पर तरस आती है। अगर बुद्ध के विचारों को जीवन में आत्मसात नही किया, नही समझे तो समझिए कि जीवन व्यर्थ है। सत्य से मुँह मोड़ लेना कैसी बुद्धिमत्ता है?
गौतम बुद्ध के 10 अनमोल विचार जानिए
गौतम बुद्ध कहते हैं कि-
* जीवन में हजारों लड़ाइयां जीतने से अच्छा है कि तुम स्वयं पर विजय प्राप्त कर लो। फिर जीत हमेशा तुम्हारी होगी, इसे तुमसे कोई नहीं छीन सकता।
* किसी भी हालात में तीन चीजें कभी भी छुपी नहीं रह सकती, वो है- सूर्य, चन्द्रमा और सत्य।
* जीवन में किसी उद्देश्य या लक्ष्य तक पहुंचने से ज्यादा महत्वपूर्ण उस यात्रा को अच्छे से संपन्न करना होता है।
* बुराई से बुराई कभी खत्म नहीं होती। घृणा को तो केवल प्रेम द्वारा ही समाप्त किया जा सकता है, यह एक अटूट सत्य है
* सत्य के मार्ग पर चलते हुए व्यक्ति केवल दो ही गलतियां कर सकता है, पहली या तो पूरा रास्ता न तय करना, दूसरी या फिर शुरुआत ही न करना।
* भविष्य के सपनों में मत खोओ और भूतकाल में मत उलझो सिर्फ वर्तमान पर ध्यान दो। जीवन में खुश रहने का यही एक सही रास्ता है।
* जिस तरह एक जलते हुए दीये से हजारों दीपक रोशन किए जा सकते है, फिर भी उस दीये की रोशनी कम नहीं होती, उसी तरह खुशियां बांटने से हमेशा बढ़ती है, कभी कम नहीं होती।
* जीवन में आप चाहें जितनी अच्छी-अच्छी किताबें पढ़ लो, कितने भी अच्छे शब्द सुनो, लेकिन जब तक आप उनको अपने जीवन में नहीं अपनाते तब तक उसका कोई फायदा नहीं होगा।
* हमेशा क्रोधित रहना, जलते हुए कोयले को किसी दूसरे व्यक्ति पर फेंकने की इच्छा से पकड़ रखने के समान है। यह क्रोध सबसे पहले आपको ही जलाता है।
* क्रोध में हजारों शब्दों को गलत बोलने से अच्छा, मौन वह एक शब्द है जो जीवन में शांति लाता है।
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