मुखिया सुखल मुसहर की हत्या !😢 प्रसिद्ध यादव।
अभी बिहार में कमजोर तबके के मुखिया को खशी बकरी की तरह हलाल की जा रही है। मुखिया को शक्ति दी गई है और कितनी हैसियत रह गई है, ये अपराधियों की वारदातें बताने के लिए काफ़ी है। सरकार हत्याओं की सिर्फ गिनती करने में लगी हुई है। अभी दो महीने मुखिया को नवनिर्वाचित हुए होंगे और करीब 5 की हत्या हो गई। मुखिया कितना सुरक्षित है यह बताने की जरूरत नहीं है। अब मुखिया में डर इस बात की हो गई है कि अबकी बारी किसकी ? अब कमजोर वर्ग के लोग पंचायत के प्रतिनिधि बनना छोड़ दें, क्योंकि आपकी सुरक्षा की गारंटी लेने की बात छोड़ दें, कोई उपाय भी सरकार को नहीं दिख रही है। पुलिस शराबबंदी करवाये की, कानून व्यवस्था देखे या फिर जनप्रतिनिधियों की जान की सुरक्षा करें। भयमुक्त, कानून के राज को केवल महसूस करते रहे।गोपालगंज में बेखौफ अपराधियों ने मुखिया की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी. घटना थावे थाना क्षेत्र के धतीवना गांव की है. मृतक नवनिर्वाचित मुखिया धतीवना पंचायत के 32 वर्षीय सुखल मुसहर बताये गए हैं. चुनावी रंजिश में वारदात को अंजाम दिये जाने की बात सामने आयी है. बताया जाता है कि मंगलवार की सुबह 6.30 बजे बाइक सवार दो अपराधी पिस्टल से फायरिंग करते हुए मुखिया के दरवाजे पर पहुंचे और मुखिया सुखल मुसहर को पकड़कर पहले चाकू मारा, फिर गोली मार दी. जिससे मौके पर ही मुखिया की मौत हो गयी. वारदात के बाद अपराधी फायरिंग करते हुए फरार हो गए.
मृतक मुखिया सुखल मुसहर गांव के ही पूर्व मुखिया सत्यप्रकाश सिंह के यहां रहते थे. परिवारवालों के अनुसार चुनावी रंजिश में हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया है. वैसे माना जा रहा है कि इस मामले में कुख्यात अपराधी अजय सिंह और उनके गुर्गे उज्जवल सिंह, कामेश्वर सिंह और कामाख्या कुमार सिंह शामिल हो सकते हैं.
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