शराबबंदी में अब किस्तों में नहीं, थोक में मर रहे हैं !/प्रसिद्ध यादव।
नालंदा में अभी शराब पीने से 11 की मौत की तूफान रुकी नही की सारण के अमनोर और मकेर में 3 लोगों की संदिग्धवस्था में मरने की ख़बर आयी और ये भी शराब पीने से। शराबबंदी में शराब नहीं जहर मिल रहा है । पीने वाले की ऐसी लत है कि मौत को हँसते हुए गले लगा सकते हैं, लेकिन शराब पीना नही छोड़ सकते हैं। सरकार अपनी दृढ़ संकल्प पर अंगद की तरह पाँव जमाये हुई है। एक बहस छिड़ी हुई है कि अगर शराबबंदी में सरकार असफल है तो शराब शुरू कर दे, कम से कम शराब के चक्कड़ में लोग जहर पीने से बचे । सरकार अब इस पर जनमत संग्रह करने के मूड में है, तब कोई निर्णय लेगी। वास्तविकता से सरकार अनभिज्ञ नही है, इसे मालूम है कि बिहार में शराब हर तपके के लोग पी रहे हैं । कोई वर्ग अछूता नहीं है फर्क है कि पैसे वाले को अंग्रेजी बेड डिलेवरी हो रही है, गरीब लोग महुआ ब्रांड दारू घर में जाकर जहर पी रहे हैं। अधिकांश लोग यही से अरेस्ट होकर जेलों में भीड़ लगा रहे हैं या ठंढी में श्मशान की तपिश बढ़ाये हुए हैं। रसूक वाले के यहां पुलिस की हिम्मत नहीं है कि जाकर उनके घरों की तलाशी लें। नीतीश जी गांधी जी को शराबबंदी पर उद्धरण प्रस्तुत करते हुए समर्थन करते हैं, लेकिन जब गली गली शराब की दुकानें खुलवा रहे थे तब गांधी जी की उक्ति याद नही आ रही थी, बल्कि छात्राओं की पोशाक और साइकिल वितरण का हवाला दिया गया था। चित भी आपकी और पट भी आपकी । बीच में मरे गरीब लोग।सारण जिले के मकेर व अमनौर में तीन लोगों की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गयी जबकि दो लोगों का इलाज चल रहा है। देसी शराब पीने से तीनों लोगों के मरने व दो लोगों के बीमार पड़ने की हर जगह चर्चा है लेकिन पुलिस और परिजन इससे सीधे इनकार कर रहे हैं। स्थानीय स्तर पर करीब आधा दर्जन लोगों के जहां-तहां इलाज कराये जाने की भी अफवाह है। मिली जानकारी के अनुसार मकेर के जगदीशपुर बाजार पर मंगलवार को दो लोगों की संदिग्ध परिस्थिति में मौत होने की सूचना से सनसनी फैल गयी तब तक अमनौर में भी एक व्यक्ति की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गयी। ग्रामीणों ने बताया कि जगदीशपुर बाजार के समीपवर्ती अमनौर थाना क्षेत्र के परमानन्द छपरा गांव के कृष्णा महतो की तबीयत अचानक खराब हो गई। परिजन उन्हें जगदीशपुर ले जाकर इलाज कराते इसके पहले रात में ही उनकी मौत हो गई। कृष्णा महतो चिमनी भट्ठा पर थपेड़ा का काम करते थे। जगदीशपुर बाजार के ही एक आरा मशीन में काम कर रहे मजदूर अनिल मिस्त्री की तबीयत खराब हो गई। वह सीवान का रहने वाला था। तबीयत खराब होने की सूचना आरा मशीन के कर्मी ने उसके घर पर दी। घर वाले आकर उसे सीवान ले गये। बताया जा रहा है कि सीवान जाने के क्रम में उसकी मौत हो गई।
Comments
Post a Comment