बिहार में माफिया राज- प्रसिद्ध यादव।
सरकार सुशासन की लाख दावे कर ले, लेकिन हो वही रहा है, जो माफिया चाहता है, चाहे वो बालू, भूमि, पत्थर , माफिया हो, शराब या भ्रष्ट नॉकरशाह ! लीगल टेंडर किसी को मिलने से क्या होगा? माफिया जो चाहे वही होगा। माफियाओं का तार सरकार के तार से जुड़ा होता है । इन माफियाओं के पैसे से चुनाव लड़े जाते हैं और इन्हें चुनाव में टिकट भी दिया जाता है। एक बालू माफिया तो बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन के पदाधिकारी भी था। जब सरकार और माफियाओं में गठजोड़ होगी तो पुलिस में क्यों नही?
भोजपुर जिले के कोईलवर थाना क्षेत्र के राजापुर दियारा के कामलुचक बालू घाट पर एक बार फिर बालू माफिया की बंदूकें गरजीं. अवैध बालू खनन और वर्चस्व में बैंक कर्मी सहित दो लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई. शुक्रवार की शाम इस घटना के बाद गांव और आसपास के इलाके में सनसनी फैल गई है. घटना की सूचना मिलते ही भोजपुर एएसपी सह सदर एसडीपीओ हिमांशु और कोईलवर थाना पुलिस बल मौके पर पहुंची. दोनों शवों को लेकर आरा सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया. पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी और मामले की छानबीन में जुट गई है.
मृतकों में उत्तर प्रदेश के महाराजगंज के बेलभरिया गांव निवासी खेदु का 34 वर्षीय पुत्र दुर्गेश है. वह पेशे से क्लर्क था और वर्तमान में आरा के नवादा थाना क्षेत्र के जज कोठी स्थित मणिपुरम बैंक में क्लर्क के रूप में कार्यरत था. दूसरा मृतक मूल रूप से पटना जिले के नौबतपुर थाना क्षेत्र के नौबतपुर निवासी जगपति नारायण शर्मा का 40 वर्षीय पुत्र संजीत कुमार है. वह वर्तमान में नवादा थाना क्षेत्र के रामनगर चंदवा हाउसिंग मोहल्ले में रहता था.
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