बाबू कुंवर सिंह के प्रपौत्र की हत्या! आजादी के अमृत महोत्सव में हलाहल विष!
पटना/ प्रसिद्ध यादव।
जानता हूँ ये क़ुरबानी,
मेरी व्यर्थ जानी है|
गुमनामी में जायेगी मेरी पीड़ी,
यही हमारी कहानी है|
तलवे चाट अग्रेजो के लोग राजा रह जायगे,
और ९० साल बाद आजादी पे उनके पूत बिजनेस मैन बन जायगे|
वही बनगे सांसद विधायक, अग्रेजो का काम वही बढ़ाएगे|
खून पीयगे वो जनता का और शोषण करते जायगे|
आज मुझे मरवाने पे है जो लगे,
उनके बच्चे मेरी मूर्ति लगाएगे|
हर साल में दो बार माला भी चढ़ाएगे|
मै आज खड़ा हू तब भी खड़ा ही रहूगा|
खूब गिरगे ओले पत्थर पर शीश न झुकाउगा |
नयी पीड़ी से आख मैं मिलाऊगा|
जब आख न झुकाई अब मैने, न कभी झुकाउगा|
एक फक्र हमेशा रहेगा,
मा का वादा पूरा कर जाऊगा|
चाहे हो जाये कुछ भी मुझे,
भारत माँ का सच्चा सपूत कहलाऊगा|
बाबू कुंवर सिंह पर लिखी गयी कविता बाबू कुंवर सिंह की मनोदशा को प्रकट करती थी जो आज सुशासन की राज में सच साबित कर दिया। इस ख़बर को जो भी सुनें हतप्रभ रह गए। 80 साल की उम्र में जो अंग्रेजों के दांत खट्टे कर दिये थे। बाँह में गोली लगने पर बाँह काट कर गंगा माँ को अर्पित कर दिए थे, उनके वंशज का हश्र ऐसा होगा कोई सोचा भी न था।आ आजादी का अमृत महोत्सव विष बन गया है। 1857 की क्रांति के नायक बाबू कुंवर सिंह के वंशज कुंवर रोहित सिंह की मौत के बाद से हंगामा जारी है. वीर कुंवर सिंह के प्रपौत्र कुंवर रोहित सिंह की मंगलवार को संदिग्ध मौत हो गई थी. 45 साल के कुंवर रोहित सिंह उर्फ बबलू सिंह जगदीशपुर नगर के वार्ड संख्या-18 निवासी स्व. कुंवर विजय सिंह के बेटे थे. जगदीशपुर के रेफरेल अस्पताल में बबलू सिंह ने दम तोड़ा. मौत की सूचना के बाद परिजन और ग्रामीणों ने विरोध शुरू कर दिया. मृतक की मां और बीजेपी नेत्री पुष्पा सिंह ने बेटे की मौत के लिए पुलिस को आरोपी बता रही है. उनका कहना है कि बेटी की मौत पुलिस की पिटाई से हुई है. पुलिस ने मेरे बेटे की हत्या की है. उन्होंने ने पीएम मोदी और नीतीश कुमार से न्याय की गुहार लगाई है. वहीं मीडिया से बातचीत में पुलिस अधीक्षक विनय तिवारी ने परिजनों द्वारा लगाए जा रहे आरोप को गलत बताया है. एसपी ने बताया है कि परिजन के आवेदन के आधार पर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है. इस संबंध में कई लोगों से पूछताछ की जा रही है.
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