आधी रात को धधकी जवानी की आग !/ प्रसिद्ध यादव।
जवानी में ऐसी धधकी आग की प्रेमिका आधी रात को पहुंच गई प्रेमी गनोरी के घर! प्रेमी के लिए तोड़ी माँ बाप परिवार से नाता! अब शहरों की बात कौन करे , अब शायद ही कोई ऐसा गांव बचा हो जहां प्रेम दीवाने लैला मजनूँ पैदा न हुए हों।
पटना के नौबतपुर में बबीता और जनवरी के प्रेम कहानी बुधवार को पंचायत के बीच पहुंच गए। बबीता के परिजनों ने पंचायत के सामने दो टूक शब्दों में कहा कि अब हमारी बेटी बबीता से परिवार का कोई रिश्ता नहीं। बदले में बबीता ने भी अपने परिजनों से सभी संबंध तोड़ लेने की लिखित आवेदन दे डाली। नौबतपुर के गोनवां गांव में मंगलवार को आधी रात को प्रेमिका बबीता अपने प्रेमी गनौरी के घर पहुंच कर तुरंत शादी करने पर अड़ गई थी। बबीता की जीत के आगे गांव के लोगों को भी झुकना पड़ा और आधी रात को शिव मंदिर खुलवा कर बबीता और गनौरी की शादी संपन्न कराई गई। मंगलवार की आधी रात को आनन-फानन में हुई शादी के बाद बबीता के परिजन बुधवार को गोनवां गांव पहुंचे और पंचायत बुलाया। बबीता की मां ने पंचायत के सामने स्पष्ट कहा कि उनका अपनी बेटी बबीता से कोई रिश्ता नहीं रहा। बबीता ने भी अपने प्रेम के आगे मां-बाप और परिजनों को ठुकरा दिया।
बबीता ने दो टूक शब्दों में पंचायत के सामने स्पष्ट किया कि उसने 1 जनवरी से शादी की है और अब वह जिंदगी भर उसके साथ ही रहेगी। धनारी और बबीता के प्रेम कहानी के बीच गांव में घंटों पंचायती होता रहा। अंत में बबीता ने पंचायत को यह लिखित आवेदन दे दिया कि आज के बाद से उनके माता-पिता और परिजनों से उसका कोई रिश्ता नहीं।शुक्र है कि अब लोग कानून, संविधान को जानने लगे और खाप पंचायत, ऑनर किलिंग जैसे मामले नहीं होते और न ऐसी घटनाएं हॉरर लगती है।आने वाले समय में ऐसी शादियाँ स्वभाविक और स्वीकार्य हो जाएगी। इसकी वजह है दहेज की मोटी रकम और बेफजूल के तामझाम। शान शौकत दिखाने में लोग बिक गये। प्रेम विवाह एक रूढ़ियों को तोड़ने वाली स्वागतयोग्य विवाह है।
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