भ्रष्टाचारी का अंत बुरा होना तय /प्रसिद्ध यादव।
भ्रष्टाचारी चाहे लाख चतुराई कर ले, लोगों के आंखों में धूल झोंक ले ,चोला बदल लें,समाज में प्रतिष्ठा पा ले,लेकिन उसका अंत बहुत बुरा और घिनोना होता है। जबतक कानून की पकड़ से बाहर है तब तक जितना ऐंठना है ऐंठ ले,लेकिन कानून की नजर में आते ही उसकी सारी हेंकड़ी बन्द हो जाती है।आईएस संजय पोपली को क्या वेतन से पेट नहीं भर रहा था?जिसके लिए भ्रष्टाचार किया आज वो भी नहीं रह और जिंदगी नरक बनी वो अलग।पंजाब के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी संजय पोपली के इकलौते बेटे 26 वर्षीय कार्तिक पोपली की सिर में गोली लगने से मौत हो गई। जिस वक्त यह घटना हुई तब विजिलेंस ब्यूरो की एक टीम चंडीगढ़ के सेक्टर 11 में घर पर तलाशी ले रही थी। आईएएस संजय पोपली को भ्रष्टाचार के आरोप में सोमवार को गिरफ्तार किया गया था।
इस मामले में जहां एक तरफ पुलिस कह रही है कि भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी (आईएएस) संजय पोपली के बेटे कार्तिक पोपली की मौत आत्महत्या से हुई, वहीं परिवार दावा कर रहा है कि उसकी हत्या की गई है। ये तो जांच का बिषय है, लेकिन पोपली बर्बाद हो गया।दूसरी घटना
पटना में तैनात ड्रग इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार की जिनके घर पर विजिलेंस की टीम ने छापा मारा। इस छापेमारी में से 4 करोड़ रुपये कैश बरामद किए हैं। बरामद कैश बोरे में रखे गए थे। दरअसल, जितेंद्र कुमार के पटना सहित चार ठिकानों पर शनिवार को एक साथ छापेमारी की है। यहां से नोटों से भरे पांच बोरा, कई जमीन के कागजात, सोने चांदी के आभूषण, चार लग्जरी कार समेत कई अहम दस्तावेज बरामद किए गए हैं। पढ़े लिखे जिम्मेवार लोगों की ऐसी करतूत देखकर यही लगता है कि इसमें और नक्सलियों, डकैतों में क्या अंतर है?मेहनतकश लोगों को भी ये भ्रष्टाचारी हीन भावना पैदा कर रहे हैं।
Comments
Post a Comment