कैलाश, हिमाचल और तिब्बत चीन की असुरी शक्ति से मुक्त हो, इस मंत्र का जाप से चीन हार जायेगा-आरएसएस!/प्रसिद्ध यादव।
अब देशवासी इस मंत्र को 5 बार रट्टा मारे या तोते की तरह रट लगाए भारत चीन से जीत जाएगा। जब विदेशी भारत पर आक्रमण कर रहे थे ऋषि मुनि जंगलों में, पहाड़ों के कंदराओं में छुपकर मन्त्र को जप करते थे ।कहते थे जगत मिथ्या ब्रह्म सत्य।ये लोग छुपकर ब्रह्म को खोज रहे थे और देश गुलाम हो गया था। अब चीन भारत की सीमा में घुस रहा है तो मन्त्र जाप की सलाह दी जा रही है। ये मन्त्र से फूंक से पहाड़ उड़ाने की बात कर रहे हैं और लोग मानेगे भी। आजतक ये जंतर मंतर का फेर हमें समझ में नही आया। हालांकि मैट्रिक तक बच्चों को संस्कृत अच्छी तरह से पढ़ाया।मुझे संस्कृत की जानकारी है लेकिन इस पचड़े में कभी न पड़ा। आरएसएस के वरिष्ठ पदाधिकारी इंद्रेश कुमार ने कहा कि कैलाश, हिमाचल और तिब्बत चीन की असुरी शक्ति से मुक्त हो, इस मंत्र का जाप हर भारतीय को फिर चाहे वह हिंदू हो या मुसलमान पूजा-अर्चना या नमाज से पहले करना चाहिए। इससे चीन को नुकसान होगा और वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा पैदा होगी।
इंद्रेश कुमार ने चीनी सामान के बहिष्कार की बात भी कही। उन्होंने कहा कि चीनी वस्तुओं के भारतीय बाजार में आने से कई भारतीयों का रोजगार छिना है। लोगों को दिवाली, राखी, ईद जैसे त्योहारों पर चीनी वस्तुओं का बहिष्कार करना चाहिए।
बता दें कि सीमा पर चीन के साथ बढ़ते तनाव के चलते आरएसएस की सहयोगी शाखा स्वदेशी जागरण मंच ने चीनी सामान का बहिष्कार किया है और लोगों से भी ऐसा करने की अपील की है। 22 जुलाई को स्वदेशी जागरण मंच ने नागपुर में चीनी कंपनी चाइना रेलवे रोलिंग स्टॉक प्रोजेक्ट का विरोध भी किया है। जागरण मंच के सदस्यों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गुहार लगाई है कि वह 851 करोड़ रूपए के निवेश से हुए इस सौदे को रद्द कर दें।
स्वदेशी जागरण मंच जैसे संगठनों ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। लोगों को उन चीन उत्पादों के बारे में जानकारी भी दी जा रही है, जिनके चीन से आयात होने के बारे में अभी ज्यादा लोग नहीं जानते। रक्षाबंधन, दीवाली और होली के मौके पर चीनी उत्पादों से बाजार पट जाता है। संघ की कोशिश है कि ज्यादा से ज्यादा लोग चीनी उत्पादों का बहिष्कार करें, ताकि पड़ोसी देश को भारतीयों की एकता की ताकत का अहसास कराया जा सके।
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