बिहार में छठ की धूम!बिहार भाजपा नेता सनोज यादव सहित अन्य लोग भक्ति में हुए सराबोर!-प्रसिद्ध यादव।

 

   






आज सूर्य उपासना के संध्या बेला में देश विदेश में करोड़ों श्रद्धालुओं डूबते सूर्य को अपने मनोकामना पूर्ण होने के लिए अर्ध्य दिये।बिहार भाजपा नेता  सनोज यादव सपरिवार दीघा  बाटा घाट पर भगवान भास्कर के पूजा अर्चना किया। खगौल लक पर भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ लगी हुई थी। उलार मंदिर में भी काफी श्रद्धालु उपस्थित थे।पुलिस प्रशासन, एनडीआरएफ पूरी तरह से घाटों पर तैनात थे। मजिस्ट्रेट भी बहाल थे।ग्रामीण क्षेत्रों में चौकीदार चुस्त दुरुस्त नजर आए।फुलवारी के बाबूचक, बोधगवाँ ,जमालुद्दीन चक महम्मद पुर ,चकमुसा ,बघा टोला, जानीपुर, धरायचक, पुनपुन में भी व्रतियों की भीड़ थी।हिन्दुओ के प्रसिद्ध धर्मग्रंथ साम्ब पुराण में वर्णित कथाओं के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण के जाम्बवन्ती पुत्र राजा साम्ब सुंदर स्त्रियों व युवतियों के साथ सरोवर में स्नान कर रहे थे. उसी समय महर्षि गर्ग सरोवर के नजदीक वाले रास्ते से कहीं जा रहे थे. उनको देखने के बावजूद भी राजा साम्ब ने उनका न तो अभिवादन किया बल्कि युवतियों से अलग तक नहीं हटे. इधर, राजा साम्ब ने महर्षि का उपहास किया जिससे क्रोधित होकर महर्षि गर्ग ने राजा साम्ब को कुष्ठ रोगी होने का श्राप दे दिया. 
राजा साम्ब को मिला था श्राप
इस घटना की जानकारी पाकर भगवान श्रीकृष्ण को बहुत दुख हुआ. उन्होंने राजा साम्ब को इस श्राप से मुक्ति के लिए शाकद्वीप से वैद्य व सूर्य उपासक ब्राह्मणों को बुलाकर उपचार व भगवान सूर्य की उपासना करवाई. जिन नदियों व तालाबों के किनारे की मिट्टी व जल में गंधक की मौजूदगी पाई गई. वहां यज्ञ का आयोजन करवाकर अर्क स्थल के रूप में प्रतिस्थापित किया. इसमें बारह अर्क स्थल शामिल हैं जैसे उलार के ओलार्क, उड़ीसा के कोणार्क, देव के देवार्क, पंडारक के पुण्यार्क, अङ्गरी के औंगार्क, काशी के लोलार्क, कन्दाहा सहरसा के मार्केण्डेयार्क, उत्तराखंड कटारमल के कटलार्क, बड़गांव के बालार्क, चंद्रभागा नदी किनारे चानार्क, पंजाब के चिनाव नदी किनारे आदित्यार्क व गुजरात के पुष्पावती नदी किनारे मोढेरार्क शामिल हैं. 

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