तेजस्वी यादव को न्यायालय से मिली राहत!-प्रसिद्ध यादव।
सीबीआई की पिक एंड चूज पॉलिसी है.
विरोधी की नहीं काम आई थोथी दलील।
आईआरसीटीसी घोटाले में बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को बड़ी राहत मिली है. सीबीआई पर टिप्पणी के मामले में फंसे तेजस्वी यादव को कोर्ट ने हिदायत दी है और उनकी जमानत को बरकरार रखा है. तेजस्वी यादव को राहत देते हुए कोर्ट ने कहा कि हम आपकी जमानत रद्द करने नहीं जा रहे हैं. कोर्ट ने चेतावनी देते हुए कहा कि आगे से जनता से कुछ बोलें तो शब्दों का सही चयन करें. तेजस्वी यादव से जज ने पूछा कि क्या डिप्टी सीएम रहते हुए ऐसे बयान देने चाहिए ?
कोर्ट ने तेजस्वी से कहा कि हम बेल कैंसल नहीं कर रहे हैं. इसका कोई आधार नहीं लेकिन इससे पहले जज ने आगाह किया कि आप आगे से ऐसा कोई बयान नहीं देंगे. इससे पहले कोर्ट में सुनवाई के दौरान तेजस्वी यादव के वकील ने जिरह कहते हुए कहा कि तेजस्वी ने जो इंटरव्यू में कहा है, उसका इस केस से कोई लेना देना नहीं है. सीबीआई बात यूके की कर रही है और जा रही है जापान. सीबीआई बताया कि आईआरसीटीसी केस में मैने किस शर्त का उल्लंघन किया. मैं लैंड फॉर जॉब स्कैम में आरोपी नहीं हूं. सीबीआई की पिक एंड चूज पॉलिसी है. शर्त ये थी कि मैं गवाहों को प्रभावित नहीं करूंगा, सबूतों से छेड़छाड़ नहीं करूंगा लेकिन सीबीआई बताए कि क्या मैंने ऐसा किया है.
तेजस्वी के वकील ने कहा कि अगर आपको लगता कि सीबीआई के अधिकारियों को धमकाया गया है तो आईपीसी की धारा 506 की तहत एफआईआर क्यों नहीं दर्ज करते हैं ? तेजस्वी के वकील ने तेजस्वी का पक्ष रखते हुए कोर्ट में कहा कि 24अगस्त 2022 को कॉन्फिडेंस वोट होता है और बिहार में 20 जगह रेड होती है. सीबीआई के अधिकारी राबड़ी निवास जाते हैं. लोगों की भीड़ जमा रहती है. मेरी मां और भाई बाहर आते हैं भीड़ को समझाते हैं और थप्पड़ मरते हैं कि सीबीआई के लोगों को अंदर आने दे और सीबीआई हम पर आरोप लगा रही है. रेड की गई और ये नैरेटीव बनाया गया कि इन लोगों ने काफी पैसा बनाया है. तेजस्वी यादव के पास गुड़गांव में मॉल है. मैं डिप्टी सीएम हूं लेकिन मेरी इमेज को खराब करने की कोशिश करी जा रही है. तेजस्वी के वकील ने न्यूज लिंक शेयर किया और बताया कि कैसे नैरेटिव बनाने की कोशिश सीबीआई की तरफ से की गई
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