बृद्ध जनों को करें सम्मान ! -प्रसिद्ध यादव।
बृद्धा दिवस पर बधाई!
कहीं भी बृद्ध जनों को असहाय, लाचार देखें,उन्हें तत्क्षण मदद करें।बस ,ट्रेन ,बैंक या कहीं अन्य जगहों पर खड़े या पंक्तियों में देखें,उन्हें अपने सीट पर बैठाएं।इसके बदले वे हृदय से आशीर्वाद देंगे।बुजुर्गों से कभी भी अप्रिय व ऊंची आवाज में बातें न करें।आज जो वर्तमान खुशहाल है, तरक्की पर है इसे गढ़ने वाले बुजुर्ग ही हैं।वे अपने संतान के बेहतरी के लिए भूखे पेट रहकर,फ़टे कुचैले कपड़े तन पर पहनकर भविष्य की बुनियाद को मजबूती से रखे हैं।लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण आज शिक्षित संतान अपने माता पिता को बृद्धाश्रम में छोड़ देते हैं। कभी इनकी मर्जी को जानने का प्रयास करें। इनकी इच्छा, रुचि को भी ख्याल रखें।जिस घर में बुजुर्गों के आँसू बहते रहते हैं वो घर कभी खुशहाल नही हो सकता है। बुजुर्गों के अनुभव लेकर जीवन के अनमोल खजाना पाया जा सकता है है लेकिन लोग इनके महत्ता न देकर झूठे सत्यसंग में जाकर ज्ञान खोज रहे हैं।।
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