गरीबी की दलदल में रही एक मां की अनमोल सृजन !-प्रसिद्ध यादव।
दुनिया में माँ ही एक सर्वशक्तिमान, तपस्विनी है जो अभावग्रस्त जीवन में भी अपने संतान को बेहतरी के लिए कुछ भी कर सकती है । इस धरा पर अगर कोई ममता ,स्नेह,प्यार,अपनापन की प्रतिमूर्ति है तो वो सिर्फ माँ ही हो सकती है। बिहार भाजपा नेता सनोज यादव ने फोन पर रुंधे स्वर में बताया कि भगवान करे कि ऐसी माँ से मोदी जैसे प्रतापी पीएम को जन्म दी,उन्हें श्री चरणो में स्थान मिले।ममता का सागर ,आँचल की शीतलता का छाँव जो माँ से मिलती है वो और कहीं नहीं। माँ की लोरियाँ को कोई याद करे । माँ की अपनी सुख दुख नहीं होती है वो संतान के सुख दुख से प्रभावित होती है।निस्वार्थ ,अनंत प्रेम ,अपरमित स्नेह! माँ की स्नेह दिखावा नही होता है । पीएम मोदी की माँ हीराबेन कैसे अपनी संतान को भरण पोषण की थी,एक प्रेरणास्रोत है। माँ के द्वारा दिया गया उत्तम संस्कार का ही देन है कि मोदी झोपड़ी से निकलकर आज देश के बागडोर संभाले हुए हैं। माँ की आँचल की ममता की ही असर है कि इन्होंने देश के राष्ट्रपति पद पर एक आदिवासी समुदाय के महिला को आसीन किया।पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि ‘शानदार शताब्दी का ईश्वर चरणों में विराम… मां में मैंने हमेशा उस त्रिमूर्ति की अनुभूति की है, जिसमें एक तपस्वी की यात्रा, निष्काम कर्मयोगी का प्रतीक और मूल्यों के प्रति प्रतिबद्ध जीवन समाहित रहा है. मैं जब उनसे 100वें जन्मदिन पर मिला तो उन्होंने एक बात कही थी, जो हमेशा याद रहती है कि काम करो बुद्धि से और जीवन जियो शुद्धि से । आज ऐसी ममतामयी माँ के निधन पर देश दुनिया के लोग शोक व्यक्त कर रहे हैं।
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