झाड़ू लगाने वाली चिन्ता देवी बनी डिप्टी मेयर ! -प्रसिद्ध यादव।
गया नगर निगम की जनता ने लोकतंत्र का सही ताकत दिख दिया। राम मनोहर लोहिया कहते थे कि चाहे रानी हो या मेहतरानी किसी की संतान राज सत्ता के सिंहासन पर बैठ सकता है।गया नगर निगम की महान जनता ने खुद मेहतरानी को गया नगर के द्वितीय नागरिक बना कर यह उदाहरण पेश कर दिया। इससे पूर्व लालू यादव ने गया कि ही पत्थर तोड़ने वाली भगवतिया देवी को संसद में भेजा था। आज जहां लोग चुनाव में धन बल,विरासत की बातें करते हैं, उसे गया मिथ्या साबित कर दिया।बिहार नगर निकाय चुनाव में गया के मतदाताओं ने अभूतपूर्व फैसला दिया है। करीब 40 साल तक गया नगर निगम क्षेत्र में झाड़ू लगाने वाली महिला को वोटरों ने डिप्टी मेयर की कुर्सी पर बैठा दिया। कहा जाता है कि पूरे गया में स्वच्छता का संदेश देने वाली चिंता देवी ने अपने सिर पर मैला ढोने का भी काम किया है। चिंता देवी भले पढ़ी लिखी नहीं हों, लेकिन पूरे क्षेत्र को स्वच्छता का ऐसा पाठ पढ़ाया कि लोग उनके मुरीद हो गए। चिंता देवी पिछले 40 सालों से नगर निगम के सफाई कर्मी के रूप में काम कर रही थी। प्रतिदिन यह कचरा उठाने और झाडू़ लगाने का काम करती थीं। अब वे सब्जी बेचने का काम कर रही थीं। इसी बीच गया नगर निगम का डेप्युटी मेयर का पद आरक्षित होने के कारण चिंता देवी चुनाव मैदान में उतरीं। यही नहीं जनता का भरपूर समर्थन भी उन्हें मिला। अब रिकॉर्ड मतों से उन्होंने जीत दर्ज की।
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