रेलवे कर्मचारी उमेश रजक की दो सुपुत्रियाँ एमबीबीएस ! प्रसिद्ध यादव।
मेरे मित्र और सहपाठी उमेश रजक दानापुर डीआरएम ऑफिस में सिंग्नल एन्ड टेलीकाम विभाग में तृतीय श्रेणी के कर्मचारी हैं। काफी संघर्षरत रहे । विरासत के नाम पर शून्य ।हमलोग साधारण कॉलेज में साधारण स्टूडेंट्स थे। शिक्षा की ताकत क्या होती है?उमेश रजक ने पहचाना और नॉकरी के पैसों से कोई चल अचल संपत्ति नहीं बनाया ,न कोई दिखावा किया बल्कि पूरी कमाई अपनी लाडली बेटियों की पढ़ाई में लगा दी और नतीजा सामने है। दोनों लाडली सुपुत्री सिमरन प्रिया और एमबीबीएस बन गई ।बड़ी बेटी डीएमसीएच दरभंगा में सत्र 2021 2026 और दूसरी बेटी श्रिया सोनल सत्र 2022-2027 पीएमसीएच पटना में है। संत कैरेन्स स्कूल सीनियर सेकेंडरी दानापुर, खगौल से मैट्रिकएवम 12 th 95 फ़ीसदी की साथ उतीर्ण की है।छोटी बेटी नीट भी पास है वो भी बिना किसी कोचिंग के। आज दानपुर डीआरएम सहित अन्य वरीय अधिकारी अन्य सफल कर्मचारियों के संतान सहित इन दोनों सुपुत्रियों को सम्मानित करेंगे।हमें नाज है दोनों बेटियों और इनके पिता उमेश रजक पर। पूरे परिवार को हृदय से बधाई!👌
शिक्षा की ताकत को समझें ।यह मान सम्मान, पद पावर, पैसा सब देता है फिर इस अनमोल ज्योति से अधिकांश लोग दूर क्यों है? इनकी सफलता की कहानी इसीलिए लिखा है कि दूसरे लोग भी प्रेरणा लें।
बेटीयो की मेहनत और लगन एवं आप लोग का आशीर्वाद का परिणाम है ।
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