डराने के चक्कड़ में मौत ! -प्रसिद्ध यादव।
बच्चों को को न डराएं। बच्चे को अगर बुरी लत लग गई है तो उसे खुद या एक्सपर्ट से कॉउंसलिंग करवाएं। बच्चों के गतिविधियों पर नज़र रखें,उनके साथ समय दें। हर जिद्द को पूरा न करें । बच्चों को माँ -बाप ,दादा -दादी , नाना - नानी का भरपूर प्यार स्नेह नही मिलने से वो कहीं दूसरे संगति का रुख कर लेते हैं। आजकल मोबाईल, टीवी देखकर बच्चे समय से पहले अनेक जानकारियां हासिल कर ले रहे हैं और वो खुद को प्रौढ़ समझकर हरकत करने लगते हैं।यही बात अभिभावक नही समझ पाते हैं और बच्चे नियंत्रण से बाहर हो जाते हैं। बच्चे अभिभावक के क्रियाकलापों को अनुकरण करते हैं।आपके हर गतिविधियों पर नज़र रखते हैं।अब तय करना आपको है कि आपकी गतिविधियां क्या हो? जान जोखिम में पड़ जाए ऐसे डर बच्चों को कभी न दिखाएं ।ऐसे ही घटना का परिणाम बिहार के गोपालगंजमें पुलिस ने चार दिन पूर्व तालाब से एक बच्चे का शव मिला था। शव मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। इस मामले में पुलिस ने आरोपित माता-पिता को गिरफ्तार किया है। घटना 19 मार्च को थावे थाना क्षेत्र के एकडेराव गांव की है। मृतक बच्चा का नाम शिवम कुमार है। वह थावे थाना के एकडेरवा निवासी शम्भू सिंह का पुत्र था। इस मामले में एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि 19 मार्च को मृतक के पिता शम्भू सिंह के द्वारा थावे थाना में आवेदन दिया गया था कि उनके पुत्र शिवम की तालाब में डूबने से मौत हो गयी है। पुलिस के द्वारा बच्चे के शव को जब पोस्टमार्टम कराया गया तो डॉक्टरों ने बताया कि बच्चे की मौत डूबने से नहीं बल्कि उसकी हत्या की गई है।खगौल में भी एकबार ऐसे ही दर्दनाक हादसा हुई थी।छोटा बच्चा बाथरूम में बन्द होकर लंबे समय तक नहाता था।एक दिन तौलिया गले मे बांधकर झूलते हुए झड़ने से नहा रहा था।तौलिया गले में कस गयी और वही मौत हो गई।बहुत देर तक बाथरूम नही खुला तो परिजन दरवाजे तोड़कर देखा तो हाथ मलते रह गए थे।
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