रामपुर फरीदपुर पंचायत चुनाव का पूर्वानुमान! कितना काम आए दिवंगत के सम्राट चौधरी?- प्रसिद्ध यादव।
फुलवारी प्रखंड के रामपुर फरीदपुर पंचायत में मुखिया पद के लिए उप चुनाव शांतिपूर्ण सम्पन्न हुआ। कुल 66 फीसदी मतदान हुआ। यह चुनाव नीरज मुखिया के हत्या के बाद हुआ। इसमें दो प्रत्याशियों के बीच सीधा मुकाबला हुआ।एक दिवंगत मुखिया की पत्नी और दूसरे उज्वल शर्मा की माँ। दिवंगत की पत्नी की सहानुभूति वोट की आसार थी। इनके वोटर राजद माले के समर्थक थे।नीरज खुद जदयू की राजनीति करते थे लेकिन जैसे ही बिहार प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष सम्राट चौधरी बने कोइरी कुशवाहा के मानो पर लग गए।मानो लगने लगा कि अब सीएम की कुर्सी मिल गई। गांव देहात से जाकर लोग सम्राट को बधाई देने लगे ।दिवंगत मुखिया के बड़े भाई भी मिले और fb पर तस्वीर डाल दिया। इसके बाद वंचित समाज की नाराजगी बढ़ गई और उसका परिणाम मतदान में दिखाई दिया। सम्राट कितना मदद किये वो तो वही जानें लेकिन नुकसान इतना हुआ कि जिसकी भरपाई असम्भव है। पिछड़े दलित वोटर सुस्त हो गए।विगत चुनाव में नीरज मात्र 38 वोट से जीते थे, जबकि भूमिहार उम्मीदवार 5 -6 थे।इसबार 1-1 यानी कुल दो उम्मीदवार हैं।कुल मिलाकर उज्वल की माँ की पलड़ा भारी लग रहा है और यह चुनाव 500 से अधिक अंतर से फैसला होगा।फिर भी चुनाव है ।यह एक पूर्वानुमान है अंतिम परिणाम नहीं है।वोटर अंदर में क्या गुल खिलाये, कौन कितना विश्वासघात किया? इससे भी परिणाम बदल सकते हैं।
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